पंजाब: भगवंत मान को CM चेहरा घोषित करने पर बढ़ी AAP की मुश्किलें, पार्टी ग्राफ़ में भी आई नीचे
पंजाब के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान के मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है। भगवंत मान के सीएम चेहरा घोशित करने के बाद से आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं, विपक्षी दल लगातार ‘आप’ पर हमलावर है।
चंडीगढ़,
19
जनवरी
2022।
पंजाब
के
चुनावी
रण
में
आम
आदमी
पार्टी
ने
भगवंत
मान
के
मुख्यमंत्री
का
चेहरा
घोषित
कर
दिया
है।
भगवंत
मान
के
सीएम
चेहरा
घोशित
करने
के
बाद
से
आम
आदमी
पार्टी
की
मुश्किलें
बढ़
गई
हैं,
विपक्षी
दल
लगातार
'आप'
पर
हमलावर
है।
इसी
कड़ी
में
केंद्रीय
जल
शक्ति
मंत्री
और
भारतीय
जनता
पार्टी
पंजाब
इकाई
के
चुनाव
प्रभारी
गजेंद्र
सिंह
शेखावत
ने
भी
आम
आदमी
पार्टी
पर
हमला
बोला
है।
उन्होंने
कहा
कि
पंजाब
की
जनता
को
नशे
से
आज़ादी
चाहिए,
नशा
करने
वाला
नहीं
व्यक्ति
चाहिए।
उन्होंने
कहा
कि
अरविंद
केजरीवाल
ने
सड़क
से
लेकर
संसद
तक
नशे
में
डूबे
रहने
वाले
इंसान
को
मुख्यमंत्री
का
चेहरा
बना
दिया
है।
पंजाब
को
ऐसा
इंसान
कहां
ले
जाएगा
?
उनकी
पंजाब
के
लिए
क्या
सोच
और
नीतियां
होंगी,
यह
सोचकर
भी
दिमाग
घूम
जाता
है।
'पंजाब में नशा सबसे बड़ी समस्या है'
पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने एक नशेड़ी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाकर पंजाब के प्रति अपनी सोच को जनता के सामने रखा है। पंजाब में नशा सबसे बड़ी समस्या है, इसे खत्म करने की बजाय आम आदमी पार्टी ने हमेशा नशा में डूबे रहने वाले इंसान को पंजाब के मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया है। पंजाब की जनता को नशे से मुक्ति चाहिए, नशा करने वाला नेता नहीं चाहिए। ग़ौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भगवंत मान को सीएम चेहरा घोषित करने पर बधाई दी है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के नेता भगवंत मान के नशे में डूबे हुए मीम्स शेयर कर आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता घटी
कांग्रेस नेताओं ने आम अदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह इंसान जो नशे में धुत रहता है। नशे की हालत में क्या कर रहा है नहीं कर रहा उसे ख़ुद नहीं पता होता है, वह पंजाब की जनता को भविष्य में क्या देगा। आम आदमी पार्टी ने ऐसे नशेड़ी को सीएम उम्मीदवार घोषित कर पंजाब में नशे के बढ़ावा देने का काम किया है। सियासी जानकारों की मानें तो आम आदमी पार्टी को भगवंत को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की वजह से चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। पंजाब में अब आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता कम हुई है, अगर सर्वे की बात की जाए तो भगवंत मान को बतौर मुख्यमंत्री पंजाब में 21 लाख लोग पसंद कर रहे थे। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए 36 लाख लोगों ने वोट किया था। अगर उनकी लोकप्रियता बढ़ी होती तो 36 लाख से ज़्यादा लोगों को मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाते। इस तरह अगर देखा जाए तो आम आदमी पार्टी को पिछले साल के मुक़ाबले 15 लाख लोग कम पसंद कर रहे हैं।
Recommended Video
चुनावी रेस में AAP और कांग्रेस
पंजाब में जिस तरह के सियासी समीकरण बने हैं उसमें अभी चुनावी रण में सिर्फ़ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ही रेस में दिख रही है। अगर सर्वे की बात की जाए तो भगवंत मान की सीएम उम्मीदवार घोषित करने के बाद आम आदमी पार्टी के ग्राफ़ पहले से खिसका है। पहले आम आदमी पार्टी की 53 सीटों पर जीत दर्ज करने की उम्मीद थी वहीं अब 49 से 50 सीटों पर ही क़ब्ज़ा कर सकती है। दूसरी तरफ़ कांग्रेस के वीडियो शेयर करने के बाद पंजाब में कांग्रेस का ग्राफ़ बढ़ा है और पंजाब में 49 से 51 सीटों पर क़ब्ज़ा जमाने की उम्मीद जताई जा रही है। भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन साथी के अलावा शिरोमणि अकाली दल चुनावी रेस में पिछड़ते हुए नज़र आ रहे हैं। इन सभी पार्टियों की 16 सीटों में ही मिली जुली सीटें आने की संभावनाएं जताईं जा रही हैं।
ये भी पढ़ें: पंजाब: कैप्टन अपने गढ़ को छोड़कर दूसरी सीट से लड़ सकते है चुनाव, जानिए 20 साल से क़ब्ज़ा के बाद क्यों बदलेंगे सीट ?