पीलीभीत बना UP का पहला कोविड-19 मुक्त जिला, सीएम योगी ने की तारीफ
पीलीभीत। कोरोना वायरस का संक्रमण उत्तर प्रदेश में तेजी से फैलता जा रहा है। सोमवार 13 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 550 पहुंच गई है। यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पीलीभीत प्रदेश का पहला ऐसा जिला है जो कोरोना प्रभाव से पूरी तरह मुक्त हो गया है। बताया कि पीलीभीत में कोरोना के दो केस पॉजिटिव थे, जो उपचार के बाद स्वस्थ हो गए और उन्हें घर भेज दिया गया। वहीं, पीलीभीत में कोई नया केस नहीं अभी तक सामने नहीं आया है, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यानथ ने पीलीभीत जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को बधाई दी।
जानकारी के मुताबिक, बीती 19 मार्च को मक्का से हज कर के 37 लोगों का एक जत्था पीलीभीत वापस आय़ा था। जत्थे में शकीला और उनके बेटे मेराज भी शामिल थे। 20 मार्च को लखनऊ से आई रिपोर्ट में जब शकीला में संक्रमण की पुष्टि हुई। उसके तीन दिन बाद मेराज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। दोनों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद पीलीभीत जिले को सबसे संवेदनशील मान लिया गया। मगर, जितनी तेजी से संक्रमण आया, रोकथाम के प्रयास भी उतनी ही रफ्तार से हुए। नतीजन, जिला सबसे पहले कोरोना मुक्त हो गया।
बता दें कि मां-बेटे के संपर्क में आए तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को उसी रात गांव से उठाकर क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया। 14 दिन के क्वारंटाइन सेंटर में रखने के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई थी। वहीं, मां-बेटे की ठीक होने के बाद उन्हें भी छुट्टी दे दी गई है। सीएमएस रतन पाल सुमन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि शकीला की रिपोर्ट 20 मार्च को आई थी, जबकि मेराज की रिपोर्ट 23 मार्च को आई थी। दोनों को इलाज के बाद सोमवार को छुट्टी दे दी गई है। फिल्हाल दोनों को 14 के लिए होम क्वारंटाइन किया गया है। वहीं, पीलीभीत में अब कोई भी कोरोना का मरीज न रहने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने नेपाल बॉर्डर पर मुस्तैदी, एक-एक प्रवासी की निगरानी, विदेश से आए लोगों के पीछे स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाना और प्रत्येक संदिग्ध की स्क्रीनिंग का नतीजा रहा कि प्रशासन बीस दिन बाद निश्चिंत दिखने लगा कि अब कोई नया केस आने की संभावना नहीं है। यही वजह रही कि रोकथाम के इस मॉडल की सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तारीफ की है। उन्होंने लखनऊ में अपने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में इसकी मुक्त कंठ से प्रशंसा की और इस मॉडल को अन्य जिलों के लिए नजीर के तौर पर पेश करने की बात कही।
कानपुर: अर्थी पर लिटाते ही जी उठा मुर्दा, इशारों में बोला- मैं अभी जिंदा हूं...