पाकिस्तान के सैनिकों को मिलेगी रूस के इंस्टीट्यूट्स में ट्रेनिंग, साइन हुआ दोनों देशों के बीच समझौता
पाकिस्तान ने कहा है कि रूस के साथ उसके रक्षा संबंध प्रगति के रास्ते पर हैं। गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर आधिकारिक बयान दिया गया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा है कि रूस के साथ उसके रक्षा संबंध प्रगति के रास्ते पर हैं। गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर आधिकारिक बयान दिया गया है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की ओर से यह बयान उस समय आया है जब रूस के डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर कर्नल जनरल एलेक्जेंडर वी फोमिन ने दो दिन पहले पाकिस्तान का दौरा किया है और पाक सेना के चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के अलावा बाकी आफिसर्स से मुलाकात की है।
दोनों देशों की मिलिट्री आ रही करीब
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान और रूस के रक्षा संबंध पिछले कुछ वर्षों में सही गति से आगे बढ़े हैं। दोनों देशों के बीच नियमित तौर पर मिलिट्री-टू-मिलिट्री कॉन्टेक्ट भी स्थापित हुआ है। दोनों देशों ने ज्वॉइन्ट मिलिट्री एक्सरसाइज द्रजुबा में दो बार हिस्सा लिया है। यह एक्सरसाइज पाकिस्तान में साल 2016 और रूस में साल 2017 में आयोजित हुई थी। दोनों देशों ने इसके अलावा काउंटर-नारकोटिक्स नेवी एक्सरसाइज जिसे अरेबियन मॉनसून नाम दिया गया था, उसे भी पूरा किया थ। यह एक्सरसाइज अरब सागर में साल 2014 और 2015 में हुई थी।
फैसल ने कहा कि दोनों देशों के बीच अब सकारात्मक माहौल है और इस माहौल में नए आयाम तलाशने की कोशिश हो रही है। पाकिस्तान और रूस दोनों के संबंध पिछले कुछ समय में काफी मजबूत हुए हैं। फैसल की मानें तो यह संबंध आपसी भरोसो और समान हितों पर आधारित हैं। मंगलवार को पाकिस्तान और रूस के बीच एक समझौता हुआ है जिसमें पाकिस्तानी सैनिकों को रूस के मिलिट्री इंस्टीट्यूट्स में ट्रेनिंग दी जाएगी। पाकिस्तान मिलिट्री की ओर से कहा गया कि रूस के डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर ने पाक सेना की तारीफ की और आतंकवाद को खत्म करने में उसके रोल को भी सराहा।