भारत की परमाणु नीति बदलाव से पाकिस्तान में डर, कहा बीजेपी का हिंदुत्व एजेंडा बड़ी वजह
भारत की परमाणु नीति में बदलाव की वजह से परेशान हैं पाकिस्तान के विशेषज्ञ। कहा सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अपने चरमपंथी हिंदुत्व एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस तरह की नीति को बदल रही है।
इस्लामाबाद। जैसे ही खबरें आईं कि अगर पाकिस्तान ने अपने रवैये को नहीं बदला और युद्ध की स्थितियां पैदा की तो भारत इस बार परमाणु हमला कर देगा, तब से ही पाकिस्तान के विशेषज्ञ काफी परेशान हैं। उन्होंने इस बात को चिंताजनक करार दिया है।
बीजेपी की वजह से बदल रही है नीति
एक रिटायर्ड जनरल अहसान-उल-हक ने पाक अखबार द डॉन के साथ बातचीत में अपनी चिंताएं जाहिर की हैं। उन्होंने कहा, 'ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अपने चरमपंथी हिंदुत्व एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।' हक अभी तक पाकिस्तान की परमाणु रणनीति से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से परमाणु हथियारों के प्रयोग को लेकर जो संकेत मिले हैं, उनसे एक बार फिर से भड़काने की कोशिश की जा रही है। मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में भारतीय मूल के विशेषज्ञ विपिन नारंग ने दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध का अंदेशा जताया है। नारंग ने कहा था कि इस बात के पूरे सुबूत हैं कि भारत, पाक को पहले परमाणु हमला नहीं करने देगा। उनके मुताबिक उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भारत का निशाना सिर्फ पाकिस्तान की मिसाइलों पर ही नहीं होगा बल्कि उसकी कोशिश होगी कि वह पहले ही हमले में पाक की परमाणु ताकत को पूरी तरह से मिटा दे।
भारत दे रहा है चुनौती
भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों जिस तरह के संबंध हैं वह सबसे खराब स्थिति में हैं। भारत की ओर से लगातार आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान को दोष दिया जा रहा है। सितंबर में उरी आतंकी हमले के बाद भारत ने एक सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। हालांकि पाक ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया था।जनरल हक ने कहा कि हाल ही में भारत ने ईस्ट पाकिस्तान में स्थित बलूचिस्तान और गिलगित-बाल्टीस्तान के मसले में हस्तक्षेप किया, फिर सार्क सम्मेलन का बाहिष्कार किया, एलओसी पर तनाव के बढ़ाया जा रहा है, सर्जिकल स्ट्राइक के दावे किए जा रहे हैं और पाकिस्तान को अंतराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशें की जा रही हैं। उनका दावा है कि भारत ऐसा करके एक तरह का घरेलू युद्ध के हिस्टीरिया की शुरुआत कर रहा है और दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा रहा है। साथ ही भारत पाकिस्तान की परमाणु ताकत और विश्वसनीयता को भी चुनौती दे रहा है। हक ने यह बातें एक किताब के लॉन्च पर कहीं हैं।