पाकिस्तान के स्पेस मिशन का उड़ रहा मजाक, लोग बोल रहे 40,000 आतंकियों और हाफिज सईद को भेजिए
इस्लामाबाद। भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने 22 जुलाई को चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग के साथ एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। अब भारत की इसी सफलता के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने साल 2022 में पहला अंतरिक्ष यात्री भेजने का ऐलान किया है। गुरुवार को पाकिस्तान के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर चौधरी फवाद हुसैन की ओर से ऐलान किया गया है कि साल 2022 में पाकिस्तान अंतरिक्ष में अपना पहला यात्री भेजेगा। फवाद का ऐलान करने की देर थी कि ट्विटर पर जोक्स की बाढ़ आ गई। जो बात दिलचस्प है, उसके तहत खुद पाकिस्तान के लोग ही फवाद के ऐलान का मजाक उड़ा रहे हैं।
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एक पायलट जाएगा अंतरिक्ष में
प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी मंत्री फवाद ने ट्वीट करके पाक के स्पेस प्रोजेक्ट का ऐलान किया। फवाद ने लिखा, ''अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले पहले पाकिस्तानी की चयन प्रक्रिया का ऐलान करते हुए गर्व हो रहा है। यह प्रक्रिया फरवरी 2020 से शुरू होगी और 50 लोगों को सेलेक्ट किया जाएगा।' फवाद ने जानकारी दी कि 50 में से 25 लोगों को सेलेक्ट किया जाएगा और फिर एक पायलट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। पाकिस्तान अपने साथी चीन के सैटेलाइट की मदद से अंतरिक्ष यात्री को भेजने की योजना बना रही है। साल 2018 में पाकिस्तान ने दो स्वदेशी सैटेलाइट्स को चीनी लॉन्च व्हीकल की मदद से लॉन्च किए थे।
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आतंकियों को भेज दीजिए
पाकिस्तान की जर्नलिस्ट नायला इनायत ने ट्वीट किया और फवाद के ऐलान को मजाक में उड़ा दिया। उन्होंने लिखा, 'उन 40,000 आतंकवादियों को भेज दीजिए जिनके बारे में प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे अभी पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहे हैं। यह एक शुरुआत हो सकती है।' वहीं कुछ लोगों ने ट्वीट कर जमात-उद-दावा हाफिज सईद का नाम लिया। एक यूजर ने लिख कि जेयूडी के आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान के स्पेस मिशन के लिए होना चाहिए। यूजर्स ने फवाद चौधरी को पाक की आर्थिक हालत भी याद दिलाई।
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भारत से आठ साल पहले लॉन्च हुआ स्पेस प्रोग्राम
पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी स्पेस एंए अपर एटमॉस्फेयर रिसर्च कमिशन (सुपारको) की स्थापना 16 अगस्त, 1961 को ही हो गई थी। भारत की स्पेस एजेंसी इसरो की स्थापना उसके आठ साल बाद 15 अगस्त, 1969 को हुई थी। लेकिन, इसरो ने 5 नवंबर, 2013 को अपने पहले प्रयास में मंगलयान की सफल लॉन्चिंग और फिर 15 फरवरी, 2017 को एकसाथ 104 सैटलाइट्स अंतरिक्ष में भेजकर दुनिया को हैरान कर दिया, वहीं सुपारको के लिए अपने दम पर अंतरिक्ष में उपग्रह भेजना एक सपना ही है।