चीनी दूतावास पर हमले के बाद बोले पाक PM इमरान, हिमालय से भी मजबूत चीन की दोस्ती, कोई हमला नहीं कर सकता कमजोर
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कराची स्थित चीनी दूतावास पर हमले के बाद वादा किया है कि उनका देश आतंकियों का खात्मा करके रहेगा। इमरान ने अपने बयान में कराची के अलावा खैबर पख्तूनख्वा में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया है। कराची में जहां दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी तो वहीं खैबर के लोअर ओराजकाई में हुए हमले में 25 लोगों की मौत हो गई थी। कराची में पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी से एक बड़ा आतंकी हमला नाकाम हो गया था। इमरान का कहना है कि दोनों हमलों का मकसद देश में अशांति पैदा करना था और इसकी साजिश उन लोगों ने रची थी, जो पाकिस्तान को समृद्ध होते नहीं देखना चाहते हैं। यह भी पढ़ें-महिला पुलिस ऑफिसर ने कराची में आतंकियों के मंसूबे किए नाकाम
हर आतंकी को खत्म करेंगे
इमरान खान ने ट्विटर पर लिखा, 'इस बात को लेकर किसी के भी दिमाग में कोई शक नहीं होना चाहिए: चाहे जो हो जाए, हम आतंकियों को खत्म करके रहेंगे।' इमरान ने दोनों हमलों की निंदा की। उन्होंने लिखा, 'मेरी प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवार के साथ हैं। ऐसे बहादुर पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को जिन्होंने चीनी दूतावास पर आतंकी हमले की सफलता को नाकाम कर दिया, उन्हें मेरा सलाम।' इमरान ने कराची हमले को 'असफल हमला' करार दिया। उन्होंने कहा यह साफ तौर पर उन लोगों का एक प्रयास था जो उनके चीन दौरे के बाद हुए व्यापारिक समझौते से खुश नहीं थी। इमरान की मानें तो इस हमले के जरिए आतंकी चीनी निवेशकों को डराकर चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को कम करके आंकना चाहते हैं। ऐसे आतंकी कभी सफल नहीं हो सकते हैं।
साजिश का हिस्सा कराची हमला
पीएम इमरान खान ने चीनी दूतावास पर हुए हमले के लिए एक इन्क्वॉयरी का आदेश दे दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमला पाकिस्तान और चीन की अर्थव्यवस्था और रणनीतिक सहयोग के खिलाफ होने वाली साजिश का हिस्सा है। लेकिन इस तरह के हमले कभी भी चीन-पाकिस्तान की हिमालय से भी ज्यादा शक्तिशाली और अरब सागर से भी ज्यादा गहरी दोस्ती को हिला नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि कराची पुलिस और रेंजर्स ने असाधारण बहादुरी का परिचय दिया और पूरा देश हमलों में शहीद हुए कर्मियों की बहादुरी को सलाम करता है। उनकी बहादुरी पर हमे गर्व है।
शुक्रवार को बड़ी साजिश हुई नाकाम
कराची में क्लिफटन इलाके में चीनी दूतावास पर बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम किया गया था। सुबह 9:30 बजे दूतावास के सामने सुबह फायरिंग हुई और इसके बाद एक ब्लास्ट हुआ था। क्लिफटन, कराची का सबसे पॉश इलाका है और यहां पर कई देशों के दूतावास हैं। चीन के अलावा यहां पर कुवैत, स्विटजरलैंड और ईरान समेत कई देशों के ऑफिस हैं। चीनी स्टाफ के अलावा कुछ आम नागरिक भी हमले के समय कांसुलेट में मौजूद थे जिन्हें सुरक्षित इलाके में ले जाया गया है। चीन के ऑफिसर्स और उसके स्टाफ पर कई बार हमले हो चुके हैं और कई बार धमकियां भी दी गई हैं।