पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने नवजोत सिंह सिद्धू को बताया शांति का दूत
इस्लामाबाद। भारत में पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शांति का दूत करार दिया है। आपको बता दें कि सिद्धू, शनिवार को इस्लामाबाद में इमरान खान के शपथ ग्रहण में शामिल होने पहुंचे थे और उनके इस दौरे से भारत में काफी विवाद भी हो गया है। सिद्धू के अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव और सुनील गावस्कर को भी न्यौता मिला था लेकिन दोनों ने जाने से इनकार कर दिया। सिद्धू शुक्रवार को अटारी स्थित वाघा बॉर्डर को पार करके पाकिस्तान पहुंचे थे।
शांति की कोशिशों को पहुंचा रहे हैं नुकसान
इमरान खान ने मंगलवार को कहा, 'पाकिस्तान में मेरे शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए मैं सिद्धू का शुक्रिया अदा करता हूं। वह यहां पर शांति के दूत बनकर आए थे और उन्हें यहां पर पाकिस्तान के लोगों ने बेपनाह मोहब्बत बख्शी।' इमरान ने सिद्धू के इस दौरे से जुड़े विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जो लोग इस शपथ ग्रहण में आने पर सिद्धू को निशाना बना रहे हैं, वह इस उप-महाद्वीप में शांति की कोशिशों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इमरान की मानें तो बिना शांति के लोग तरक्की नहीं कर पाएंगे।
क्या हुआ था शपथ ग्रहण में
इमरान खान के शपथ ग्रहण में जब नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे तो उन्होंने राष्ट्रपति भवन में मौजूद पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद से पहले हाथ मिलाया। कुछ सेकेंड्स बात करने के बाद सिद्धू और बाजवा ने एक-दूसरे को गले लगाया। जिस समय यह हो रहा था वहां पर पाकिस्तान की सेना के कई ऑफिसर्स और दूसरे डिप्लोमैट्स मौजूद थे। दोनों के बीच कुछ बातें भी हुईं और दोनों ने मुस्कुरा कर एक-दूसरे का स्वागत किया।
पीओके के राष्ट्रपति के बगल में मिली सिद्धू को सीट
विवाद यहीं पर नहीं थमा था और सिद्धू को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके के राष्ट्रपति सरदार मसूद खान के बगल में बैठाने पर भी विवाद पैदा हो गया था। विदेश नीति के जानकारों के मुताबिक पाक सरकार को सिद्धू को विदेशी मेहमानों के साथ बैठाना चाहिए था न कि मसूद खान के बगल में। उनका मानना है कि पीओके, भारत का हिस्सा है और पाकिस्तान ने इस पर कब्जा करके रखा है। भारत, पीओके को कभी भी मान्यता नहीं देता है और ऐसा करके पाकिस्तान ने प्रोटोकॉल का अपमान किया है। सरदार मसूद खान पीओके के 27वें राष्ट्रपति हैं और पाक के जाने माने राजनयिक भी हैं।