मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझते दिल्ली के अस्पताल, हाई कोर्ट से लगाई मदद की गुहार
नई दिल्ली, 22 अप्रैल। कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई के बीच अब अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। केंद्र सरकार ने बुधवार को दिल्ली के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति के कोटे में बढ़ोतरी कर केजरीवाल सरकार और अस्पतालों को बड़ी राहत दी। इस बीच दिल्ली सरकार ने केंद्र से मांग की थी कि ऑक्सीजन की सप्लाई में विभिन्न राज्यों की दखलंदाजी बंद की जानी चाहिए। इसी सिलसिले में आज यानी गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से फोन पर बात की।
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इस बात की जानकारी सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने लिखा, 'मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात की। हरियाणा से दिल्ली तक ऑक्सीजन ट्रकों के परिवहन की सुविधा के लिए उन्होंने अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।' गौरतलब है कि राजधानी में अस्पतालों को ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझना पड़ रहा है, रोहिणी स्थित सरोज अस्पताल ने दिल्ली उच्च न्यायालय को केंद्र और दिल्ली सरकार से अस्पताल के लिए तत्काल महत्वपूर्ण ऑक्सीजन की आपूर्ति की सुविधा के लिए तत्काल निर्देश देने की मांग की है।
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अभी दिल्ली के कई अस्पताल ऑक्सीजन संकट का सामना कर रहे हैं। कुछ में ऑक्सीजन पूरी तरह से समाप्त हो गया है, मुझे सुबह से अस्पतालों से संदेश और ईमेल मिल रहे हैं। हम किसी तरह उन्हें दूसरे अस्पतालों से रीक्रिएट करके सिलेंडर मुहैया करा रहे हैं, जिनका स्टॉक थोड़ा ज्यादा है। बता दें कि बुधवार को सीएम केजरीवाल ने दावा किया था कि दिल्ली में ऑक्सीजन नहीं बनती है, सारी ऑक्सीजन बाहर के राज्यों से आती है। ऑक्सीजन की कंपनियां जिन राज्यों में हैं, उनमें से कुछ राज्य सरकारों ने दिल्ली के कोटे की ऑक्सीजन भेजनी रोक दी है।