एमसीडी चुनाव में बीजेपी जीती लेकिन मुस्लिम हारे, आखिर क्या है वजह ?
कांग्रेस प्रवक्ता अब्दुल रसूल खान ने कहा कि बीजेपी का दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जीत न दर्ज कर पाने की वजह देशभर में मुसलमानों के प्रति सांप्रदायिक हमले और राष्ट्रवाद की लड़ाई रही
नई दिल्ली। एमसीडी चुनाव में बीजेपी को भारी जीत मिली है लेकिन पार्टी के पांचों मुस्लिम उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है। इन पांचों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत मिली है। जिसके बाद से ये सवाल उठने लगा है कि बीजेपी में मुस्लिमों का राजनीतिक भविष्य क्या है। आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा था और बीजेपी को बंपर जीत मिली थी।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अब्दुल रसूल खान ने कहा कि बीजेपी का दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जीत न दर्ज कर पाने की वजह देशभर में मुसलमानों के प्रति सांप्रदायिक हमले और प्रतीकात्मक राष्ट्रवाद की लड़ाई रही। उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से जिस राष्ट्रवाद का दिखावा किया रहा है, वो सिर्फ एक चालबाजी है। उनके मुताबिक देशभर में मुसलमानों पर सांप्रदायिक हमलों की वजह से मुसलमानों ने भाजपा से दूरी बना ली। ऐसे सुस्त रवैया दिखाया जा रहा है, जैसे भाजपा को मुसलमानों की जरुरत ही नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ आरएसएस के एक नेता ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि मुस्लिम बीजेपी को वोट नहीं करते है। उनका कहना था कि ' मुस्लिम बीजेपी को वोट नहीं करते है। अभी तक किसी भी तथ्य से ये सामने नहीं आया है कि बीजेपी को मुस्लिमों का वोट मिलता है। बीजेपी को मुस्लिमों का वोट मिलता है ये आधारहीन बात है'
दिल्ली में बीजेपी के मुस्लिम चेहरे
कुवर रफी - जाकिर नगर
सरताज अहमद, चौहान बांगर
सबरा मलिक - मुस्तफाबाद
फामु्द्दीन सफी- दिल्ली गेट