चाइना नहीं ढूंढ सका कोरोना वायरस की दवा, यूपी के डॉक्टर का दावा- मेरे पास है इलाज
मुजफ्फरनगर। भारत में कोरोना वायरस की दस्तक की खबरों के बीच उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक पोस्टर चस्पा कर दिया गया। इस पोस्टर पर कोरोना वायरस के इलाज के लिए निशुल्क दवा पिलाए जाने की बात लिखी है। यह पोस्टर शहर के होमियोपैथ की प्रैक्टिस करने वाले एक डॉक्टर ने लगवाया है। डॉक्टर का दावा है कि उसके पास कोरोना वायरस का इलाज है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
कोरोना वायरस ने भारत में दी दस्तक
चीन के बाद दुनियाभर में फैलते जा रहे कोरोना वायरस (COVID-19) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। यहां इसके दो नए मामले सामने आए हैं। इनमें पहला मामला दिल्ली का है और दूसरा तेलंगाना का। केंद्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं। एम्स ने पुष्टि की है कि इटली से आए 15 लोगों का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। हालांकि, सरकार का कहना है कि चिंता करने की जरूरत नहीं है। लोगों को सावधानी बरतने के लिए उपाय अपनाने को कहा गया है।
कोरोना की दवाई के पोस्टर से हड़कंप
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक प्राइवेट होम्योपैथिक डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा द्वारा कोरोना वायरस की निशुल्क दवाई पिलाने के पोस्टर शहर में चस्पा किए गए है। कोरोना की दवा के पोस्टर से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण कुमार चोपड़ा ने इस मामले की जांच जिला होम्योपैथिक अधिकारी को सौंपते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक कोरोना वायरस की कोई दवाई नहीं बनी है।
डॉक्टर ने क्या कहा?
कोरोना वायरस की दवाई फ्री में पिलाने का पोस्टर लगाने वाले डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि यह एक तरह का प्रोफलाइटिक मेडिसन हैं, जो कोरोना वायरस से बचने के लिए है। हमारे यहां होम्योपैथी में सिंप्टम के आधार पर दवाइयों का सेलेक्शन होता है। अधिकतर लक्षण जिस दवाई से मेल खाते हैं उसी दवाई का हम इस्तेमाल करते हैं। डॉ. राकेश शर्मा का कहना है कि आरसैनिक एल्बम नाम की दवाई से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
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