मुंबई के इस बाजार में उड़ीं कोविड-19 के दिशा-निर्देशों की धज्जियां, बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के दिखे लोग
पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में हुई जबरदस्त वृद्धि के बावजूद राज्य के लोग बेखौफ नजर आ रहे हैं।
मुंबई। पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में हुई जबरदस्त वृद्धि के बावजूद राज्य के लोग बेखौफ नजर आ रहे हैं। न उन्हें अपनी चिंता है और न दूसरे की। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की लॉकडाउन को लेकर दी गई अंतिम चेतावनी के बावजूद मुंबई के एक बाजार में सोमवार सुबह बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी।
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मुंबई के दादर मार्केट में सोमवार सुबह भारी मात्रा मे लोग इकट्ठा हुए। यह स्थिति उस समय थी जब राज्य में हर रोज कोरोना के मामलों में बेहिसाब वृद्धि हो रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में मुंबई में कोरोना के 1,962 नए मामले सामने आए हैं। तस्वीर में साफ तौर पर लोगों को बिना मास्क के और कोरोना वायरस को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन किए बिना खरीदारी करते हुए देखा जा सकता है। हालांकि राज्य के नागपुर जिले में कोरोना के मामलों में उछाल को देखते हुए 15 से 21 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया है।
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जिले में पिछले 1 महीने से कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि देखने को मिली है। इसको लेकर जिला संरक्षक मंत्री नितिन राउत ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी और इस अवधि के दौरान शराब को ऑनलाइन बेचा जाएगा। वहीं, शनिवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने बेहद सख्त लहजे में होटल और रेस्त्रां मालिकों से कहा कि वह अपने यहां कोरोना वायरस को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें और राज्य में पूर्णत: लॉकडाउन लगाने के लिए सरकार को मजबूर न करें।
मालूम को कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम ठाकरे ने होटल, रेस्त्रां और शॉपिंग सेंटर समूहों से वर्चुअल मीटिंग की थी। उन्होंने मीटिंग के दौरान कहा कि, 'हमें लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर न करें और इसे अंतिम चेतावनी समझें। सभी नियमों का पालन करें। सभी को यह महसूस करना होगा कि आत्म-अनुशासन और प्रतिबंधों के बीच अंतर है।'