'अगर यही नया अवतार बना रहा तो 2024 में बदलाव...' संजय राउत ने क्यों कही ये बात ?
राहुल गांधी के लिए संजय राउत ने भविष्यवाणी की है। भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े एक सवाल पर राउत ने कहा, 'अगर यह 2023 में जारी रहा तो 2024 में राजनीतिक बदलाव हो सकता है।'
राहुल गांधी के 2024 में विपक्ष की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार बनने की चर्चा के बीच राउत ने कहा, 'अगर यह 2023 में जारी रहा तो 2024 में राजनीतिक बदलाव हो सकता है।' उन्होंने कहा कि 2022 में राहुल गांधी का नया अवतार दिखा है। दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए राहुल गांधी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने की जोरदार चर्चा हो रही है। इसी बीच, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने मुखपत्र सामना में साप्ताहिक कॉलम रोकटोक में राहुल गांधी, कांग्रेस और भारत जोड़ो यात्रा की प्रशंसा की।
साल 2022 के रिकैप में शिवसेना संजय राउत ने कहा कि देश और महाराष्ट्र ने केंद्र की सरकार के सौजन्य से सिर्फ धोखा देखा है। इसी बीच राहुल गांधी ने अपनी सच्चाई और साहस की यात्रा शुरू की। शिवसेना नेता ने कहा, "यात्रा नई दिल्ली पहुंच गई है और यात्रा को रोकने के लिए कई साजिशें रची गईं।"
संजय राउत ने कहा, "दिल्ली की इस कड़कड़ाती ठंड में राहुल गांधी ने सिर्फ एक टी-शर्ट पहन रखी है। टी-शर्ट पर बार-बार पूछे गए सवालों का जवाब दिल दहला देने वाला था कि जब राहुल ने कहा, यह सवाल कभी भी गरीब और मजदूर वर्ग से नहीं पूछा जाता है।" शिवसेना सांसद ने कहा, "2022 में राहुल गांधी का एक नया अवतार दिखा। अगर यह 2023 में जारी रहा, तो 2024 में राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है।"
गौरतलब है कि यात्रा समाप्त होने के बाद राहुल गांधी के अगले कदम को लेकर अटकलें तेज हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में कहा था कि राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी सत्ता के लिए राजनीति नहीं करते हैं, बल्कि देश की जनता के लिए करते हैं जो किसी को भी सत्ता में बिठाती है।"
यह भी दिलचस्प है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीएम की कुर्सी के लिए कथित तौर पर गुप्त महत्वाकांक्षा रखते हैं। उन्होंने शनिवार को कहा कि वह 2024 के चुनावों में राहुल गांधी के पीएम उम्मीदवार बनने के विचार को खुले दिल से स्वीकार कर सकते हैं। नीतीश कुमार ने कहा, "हमें इससे कोई समस्या नहीं है। जब सभी (विपक्षी) दल एक साथ बैठते हैं और बात करते हैं, तो हम सभी मुद्दों पर कुछ तय करते हैं।"
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शनिवार को ही राहुल गांधी ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह क्षेत्रीय विपक्षी दलों को पसंद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं। बकौल राहुल, वे महसूस करते हैं कि कांग्रेस की भूमिका इन क्षेत्रीय दलों को एक राष्ट्रीय ढांचा प्रदान करना है जहां परस्पर सम्मान हो।