आर्यन खान केस: BJP नेता और NCB गवाह मनीष भानुशाली को मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया
आर्यन खान केस: BJP नेता और NCB गवाह मनीष भानुशाली को मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया
मुंबई, 28 अक्टूबर: मुंबई ड्रग्स ऑन क्रूज मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से इस केस में हर दिन एक नया एंगल सामने आ रहा है। इसी क्रम में अब मुंबई पुलिस ने मुंबई ड्रग्स ऑन क्रूज केस में एनसीबी के गवाब और भाजापा नेता मनीष भानुशाली को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मनीष भानुशाली ने ही एनसीबी को क्रूज पर कथित तौर पर रेव पार्टी की जानकारी दी थी। मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर डीलिंग के आरोपों की जांच अब मुंबई पुलिस की एक टीम भी कर रही है। मुंबई पुलिस के मुताबिक शहर के चार थानों में समीर वानखेड़े के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। भाजपा मनीष भानुशाली को मुंबई पुलिस ने समन भेजा है।
मनीष भानुशाली ने ही NCB को क्रूज पर ड्रग्स पार्टी की दी थी जानकारी!
मीडिया रिपोर्ट के मनीष भानुशाली ही वह शख्य हैं, जिसने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को क्रूज पर ड्रग्स पार्टी (रेव पार्ट) के बारे में बताया था। बताया जा रहा है कि मनीष भानुशाली के टिप पर ही एनसीबी ने मुंबई से गोवा जाने वाली क्रूज पर 02 अक्टूबर को छोपेमारी की थी। इसी छापेमारी के दौरान शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को एनसीबी ने 02 अक्टूबर की रात हिरासत में लिया और 03 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था। आर्यन फिलहाल मुंबई की जेल में बंद है। मुंबई ड्रग्स ऑन क्रूज केस में अब तक 20 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मुंबई पुलिस किस आधार पर मनीष भानुशाली से करेगी पूछताछ
बता दें कि मनीष भानुशाली से प्रभाकर सैल की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस पूछताछ करेगी। प्रभाकर सैल ने कोर्ट में हलफनामा दायर कर दावा किया है कि आर्यन खान को रिहा करने के लिए एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े ने किसी तीसरे शख्स के सहारे 25 करोड़ की डील करने की कोशिश की थी। प्रभाकर सैल का दावा है कि डील 18 करोड़ में तय हुई थी, जिसमें से 8 करोड़ अकेले समीर वानखेड़े लेने वाले थे।
मनीष भानुशाली बताया था अपनी जान को खतरा
मनीष भानुशाली आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से ही कई दिनों तक छिपे हुए थे। उन्होंने मीडिया में आकर कहा था कि उनकी जान को खतरा है। मनीष भानुशाली ने कुछ दिनों पहले दावा किया था कि उन्हें जान मारने की धमकी मिल रही है। मनीष ने सरकार से अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि उन्होंने एनसीबी को ड्रग्स केस की जानकारी जरूर दी थी लेकिन वह छापेमारी का हिस्सा नहीं थे।