जैन मुनि की लव स्टोरी: 16 की उम्र में दीक्षा, 38 में प्रज्ञा दीदी से प्यार, 25 साल की साधना छोड़ करेंगे शादी
दमोह, 27 अगस्त। मध्य प्रदेश में जैन मुनि सुद्धांत सागर की सुर्खियों में हैं। 25 साल बाद इनकी साधना टूट गई है। अब ये गृहस्थ जीवन में लौट आए हैं। साथ में एक प्रज्ञा दीदी भी है। दोनों ने पुलिस के सामने अपनी जिंदगी नए सिरे से जीने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं, मगर इनकी प्रेम कहानी को लेकर नित नई बातें सामने आ रही हैं।
आचार्य सिद्धांत सागर का दावा
दमोह के बेलाग्राम में उजागर हुए जैन मुनि सुद्धांत सागर व प्रज्ञा दीदी मामले में आचार्य सिद्धांत सागर ने बड़ा दावा किया है। आचार्य सिद्धांत सागर का कहना है कि सुद्धांत सागर व प्रज्ञा दीदी ने शादी कर ली है। इनके बीच बीते तीन साल प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेम संबंधों के चलते ही प्रज्ञा दीदी को बेलाग्राम आश्रम छोड़कर जाने को कहा था। इस बात से नाराज होकर सुद्धांत सागर भी आश्रम से चले गए।
कौन हैं जैन मुनि सुद्धांत सागर?
जैन मुनि सुद्धांत सागर महाराज का वास्तविक नाम राकेश जैन है। ये मूलरूप से मध्य प्रदेश के दमोह के टंडन बगीचा क्षेत्र के रहने वाले मुलायम चंद्र के बेटे हैं। राकेश जैन जब 16 साल के थे तब गुरु दीक्षा ली थी। यानी सांसारिक मोहमाया वाला गृहस्थ जीवन छोड़कर मुनि बन गए। दीक्षा के साथ ही इनका नाम राकेश जैन से बदलकर सुद्धांत सागर कर दिया गया। वर्तमान में सुद्धांत सागर 41 साल हो चुके हैं। उन पर प्रज्ञा दीदी से तीन साल से प्यार करने का आरोप है। यानी कि सुद्धांत सागर जब 38 साल के थे, तब उनका प्रज्ञा के साथ प्रेम प्रसंग शुरू हो गया।
शिखरजी से बेलाग्राम में क्यों आए सुद्धांत सागर?
झारखंड के गिरिडीह जिले में छोटा नागपुर पठार की एक पहाड़ी पर जैन समाज का विश्व का सबसे महत्वपूर्ण जैन तीर्थ स्थल है, जो शिखरजी के नाम से चर्चित है। सुद्धांत सागर पहले शिखरजी में थे। आचार्य का दावा है कि मुनि सुद्धांत सागर के पिता मूलायम चंद्र ने आचार्य से आग्रह किया कि उनका बेटा अभी शिखरजी में है, उसे चातुर्मास 2021 के लिए बेलाग्राम आश्रम में जगह दी जाए। इस पर मुनि सुद्धांत सागर एक माह पहले ही शिखरजी से बेलाग्राम आए।
सुद्धांत सागर-प्रज्ञा दीदी की लव स्टोरी
बेलाग्राम के आचार्य सिद्धांत सागर व उनकी बहन ने आरोप लाया लगाया कि शिखरजी में प्रज्ञा दीदी भी थी। वहीं पर सुद्धांत सागर-प्रज्ञा दीदी के बीच प्रेस संबंध शुरू हुए। शायद यही वजह है कि एक सप्ताह पहले ही प्रज्ञा दीदी भी बेलाग्राम आ गई। तब ही दोनों के संबंधों की जानकारी खुलकर सामने आई।
सुद्धांत सागर-प्रज्ञा दीदी के साथ हुआ बेलाग्राम में?
मंगलवार शाम को बेला ग्राम तीर्थ में विवाद के बाद सुद्धांत सागर व प्रज्ञा दीदी एम्बुलेंस में लिफ़्ट लेकर दमोह जिले के हिंडोरिया पुलिस थाने पहुंचे और आरोप लगाया कि प्रज्ञा दीदी किसी से फोन पर बात कर रही थी। उसे सुद्धांत सागर के साथ गलत संबंधों को लेकर टोका गया। फिर सुद्धांत सागर से मारपीट की गई। इसलिए दोनों बेलाग्राम से भागकर पुलिस थाने आए और गृहस्थ जीवन अपनाने की घोषणा की।
सुद्धांत सागर-प्रज्ञा दीदी?
जैन मुनि सुद्धांत सागर-प्रज्ञा दीदी का कहना है कि उनके संबंधों को गलत नजरिए से देखा गया और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। इससे उनकी काफी बदनामी हो चुकी है। इसलिए वे गृहस्थ जीवन फिर से जीएंगे। शादी करेंगे। हालांकि दोनों ने शादी कब करेंगे इस बारे में कुछ नहीं कहा जबकि बेलाग्राम आचार्य का दावा है कि सुद्धांत सागर-प्रज्ञा दीदी शादी भी कर चुके हैं।
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