UPPCL PF घोटाला: ऊर्जा मंत्री ने कहा- अखिलेश सरकार में रखी गई थी भ्रष्टाचार की नींव
लखनऊ। यूपीपीसीएल (उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन) में हुए पीएफ घोटाले को लेकर यूपी में सियासत गरमा गई है। विपक्ष के हमलों के बाद प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पीएफ की राशि निजी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में निवेश करने में हुई गड़बड़ी की नींव अखिलेश सरकार में रखी गई थी।
अखिलेश यादव पर हमला
श्रीकांत शर्मा ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा, ''भ्रष्टाचार के लिए तो सुरंग आपने 2014 में पहले ही बना दी थी। ये आपका ही फैसला था, इसका जवाब अखिलेश जी को देना चाहिए। आपने 2014 में जो रैकेट आपने लूट के लिए तैयार किया था वो लगातार काम कर रहा था, क्या वो आपके इशारे पर काम कर रहा था? क्या लूट की छूट आपने दे रखी थी। आपकी क्या भूमिका थी।''
क्या है पूरा मामला
मार्च 2017 से दिसंबर 2018 तक यूपी स्टेट सेक्टर पावर इंप्लाइज ट्रस्ट और यूपीपीसीएल सीपीएफ (कंट्रीब्यूटरी प्रॉविडेंट फंड) ट्रस्ट की निधि के कुल 4122.70 करोड़ रुपए नियमों की अनदेखी कर डीएचएफसीएल में फिक्स्ड डिपॉजिट करा दिए गए। मुंबई हाईकोर्ट द्वारा डीएचएफसीएल के भुगतान करने पर रोक लगाने के बाद बिजलीकर्मियों के भविष्य निधि का 2267.90 करोड़ रुपए (मूलधन) फंस गया है। इसमें जीपीएफ का 1445.70 करोड़ व सीपीएफ का 822.20 करोड़ रुपए है।
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