तो ड्रोन कैमरों से रूक जाएँगे उत्तर प्रदेश में दंगे?
लखनऊ/नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) अब उत्तर प्रदेश में दंगाइयों पर काबू पाने और दंगों को रोकने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल होगा। इसके लिए ड्रोन कैमरे खरीदे जाएंगे। जानकारी के मुताबिक,ड्रोन कैमरों की मदद से संवेदनशील जिलों मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, सहारनपुर, बदायूं, बुलंदशहर, बरेली, रामपुर, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, अलीगढ़ में दंगा के हालत पर अंकुश लगाया जाएगा।
चाहत दंगे रोकने की
लगता है कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमराने के बाद सरकार ने यह कदम उठाने का फैसला किया। उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा की साल 2013 में 247 घटनाएं हुईं और 2014 की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है।
कितनी गईं जानें
उत्तर प्रदेश में पिछले साल सांप्रदायिक हिंसा में 77 लोगों की जानें गई। जाहिर है, इन दंगों को रोकने के लिए उक्त पहल हो रही है। इस बीच, प्रदेश में थानेदारों से लेकर अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी। बेवजह की डय़ूटियां नहीं लगाई जाएंगी। अब सिपाही को बीट पर जाना होगा और जनता से संपर्क बनाकर रखना होगा।
सुधरेगी छवि
उत्तर प्रदेश पुलिस के लखनऊ मुख्यालय में तैनात एक आला अफसर ने बताया कि सरकार अब उत्तर प्रदेश की छवि बदलना चाहती है। वह किसी भी सूरत में दंगों को नहीं होने देगी।
बता दें कि साल 2014 में अगस्त-सितंबर के दौरान मुजफ्फरनगर और इससे लगे इलाकों में हुए दंगों में 60 से अधिक जानें गई थी। उस वक्त हुई सांप्रदायिक हिंसा में 90 से अधिक लोग घायल हुए थे और 50,000 से अधिक लोगों को पलायन करना पड़ा था।