पूर्वांचल के एक बाहूबलि को दी जा चुकी है अमिताभ ठाकुर की हत्या की सुपारी
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह पर धमकाने का आरोप लगाने वाले उत्तर प्रदेश के चर्चित आईपीएस ऑफिसर अमिताभ ठाकुर के समर्थन में सोशल मीडिया पर जंग छिड़ा हुआ है। प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रानिक मीडिया या फिर वेब मीडिया हर तरफ से अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर को भरपूर समर्थन मिल रहा है। हर कोई चाहता है कि इस मामले का खुलासा हो और जो भी दोषी हो उसपर विधि-विधानुसार कार्रवाई की जाए।
सुपारी देने के साथ ही साथ उन्हें इस बात की भी हिदायत दी गई है कि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे। सूत्र बताते हैं कि बाहूबलि ठाकुर दंपत्ति पर सीधे अटैक करने की मुद्रा में नहीं हैं बल्कि इसके लिए वह मध्य प्रदेश में व्यापम मामले की तर्ज पर हो रही हत्याओं की तकनीकी का सहारा लेंगे।
एक निजी चैनल के वरिष्ठ पत्रकार सुरेश गांधी ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि धमकी के बाद मुलायम सिंह यादव की हो रही किरकिरी को देखते हुए सीनियर आईपीएस अमिताभ ठाकुर एवं उनकी पत्नी नूतन ठाकुर की हत्या का ताना-बाना बुना जाने लगा है।
सूत्रों पर भरोसा करे तो इसकी जिम्मेदारी सत्ता का बेहद करीबी बाहुबलि विधायक को सौंपी गयी है। सूत्र बताते है कि यह बाहुबलि ठाकुर दंपत्ति को एमपी हो रहे व्यापम की तर्ज पर मरवा सकता है। इसके लिए वह ठाकुर दंपत्ति के करीबियों को अपने शाहगिर्द में लेना शुरु कर दिया है।
सूत्रों की मानें तो बाहुबलियों के गुर्गे दंपत्ति के करीबियों को भरोसे में लेना शुरु कर दिए है। जैसे ही रोडमैप तैयार होगा उन्हें साइडलाइन कर दिया जायेगा। ऐसा कहा जा रहा है। फिरहाल हत्या की भनक ठाकुर दंपत्ति तक पहुंच भी गयी है। शायद यही वजह भी है कि वह अपना हर कदम बेहद चैकन्ना होकर आगे बढ़ा रहे है।
खतरे की आशंका को ध्यान में रखकर ठाकुर दंपत्ति राष्टपति, राष्टीय मानवाधिकार, प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से न सिर्फ सुरक्षा की गुहार लगाई है बल्कि इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग को लेकर दिल्ली में डेरा डाले हुए है।
उनके साथ कई जांबाज सामाजिक कार्यकर्ता भी है। कहा जा रहा है कि वह दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें मामले की जानकारी देंगे। अमिताभ ठाकुर के मुताबक वह गृहमंत्री से मिलकर अपनी तीन मुख्य मांगें उनके समक्ष रखेंगे।
पहली मांग यह कि जिस तरह से उप्र में आईपीएस अधिकारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है, उसे रोका जाए। मुलायम सिंह यादव से जुड़े पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए और मुझे व्यक्तिगत तौर पर केंद्रीय सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
यहां जिक्र करना जरुरी है कि अमिताभ ने मुलायम सिंह यादव पर गायत्री प्रसाद प्रजापति मामले में उन्हें फोन पर धमकाने का आरोप लगाया है। दोनों के बीच हुई बातचीत का ऑडियो टेप अमिताभ की पत्नी नूतन ठाकुर पहले ही जारी कर चुकी है, जो मीडिया की सुर्खियों में है।
उनका कहना है कि गत दिनों वह मुलायम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने हजरतगंज थाना पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया और कहा कि मामले की जांच के बाद ही वह एफआईआर दर्ज करेगी। उन्होंने इस मामले में अदालत की शरण लेने की बात कही थी। अमिताभ ने अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह पूरे प्रदेश के मुखिया हैं और जब वह इस तरह की धमकी दे रहे हैं, तो वह कुछ भी करा सकते हैं।