सीएम योगी ने 6,696 सहायक अध्यापकों को बांटे नियुक्ति पत्र, कही ये बातें
लखनऊ, 23 जुलाई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को 6,696 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि पूरे विभाग में ट्रांसफर/पोस्टिंग और इसके माध्यम से तमाम प्रकार की गतिविधियां संचालित होने लग गई थीं, जो शिक्षा के लिए सबसे बड़ा कलंक था। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 1,35,000 से अधिक बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय थे, लेकिन उन विद्यालयों की स्थिति खराब थी। भवन जर्जर थे, बुनियादी सुविधाएं नहीं थीं। छात्रों के पास यूनिफॉर्म नहीं होती थी।
'सवा चार लाख अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली'
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में पिछले 4 साल 4 महीने में सवा चार लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है। एक भी पद की भर्ती पर कोई संदेह नहीं कर सकता। भर्ती की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता व ईमानदारी के साथ पूर्ण की गई है। उन्होंने कहा कि जो प्रदेश के नौजवानों के साथ खिलवाड़ करते थे, भर्ती की प्रक्रिया को कलंकित करते थे, उन सबके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की गई है। उसके परिणाम सामने हैं। आज हम बड़ी से बड़ी परीक्षाएं भी संपन्न कराते हैं तो तिनका तक नहीं हिलता।
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आजीवन रहेगी TET सर्टिफिकेट की मान्यता
उन्होंने कहा, ''अभी हम एक परीक्षा कराने जा रहे हैं, उसमें आवेदकों की संख्या 30 लाख है। यह देश की सबसे बड़ी परीक्षा होने जा रही है। हमने TET के लिए व्यवस्था बनाई है कि जो एक बार TET पास करेगा, उसके सर्टिफिकेट की मान्यता आजीवन रहेगी।'' सीएम ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद का हमारा वार्षिक बजट 53 हजार करोड़ रुपए से अधिक का है। प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या को इसका लाभ मिलना चाहिए। लक्ष्य होना चाहिए कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल भी किसी पब्लिक व कॉन्वेंट स्कूल का मुकाबला करते हुए दिखाई दें।