पीपीई किट को लेकर सीएम योगी सख्त, कहा- सड़क मार्ग से देरी हो तो हेलिकॉप्टर्स भेजकर मंगवाइए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) किट्स को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, कोरोना से हर स्तर पर लड़ाई के लिए यूपी सरकार द्वारा बनाई गई 'टीम-11' के साथ बैठक में सीएम योगी ने पीपीई किट्स की कमी को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश की जनता की सेवा में लगे स्वास्थ्यकर्मियों को किसी भी हालत में खतरे में नहीं डाल सकते। उन्होंने कहा कि अगर सड़क मार्ग से पीपीई किट्स को विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने में टाइम लग रहा है तो लॉकडाउन में खाली पड़े स्टेट हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जाए। सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी ने टीम-11 के साथ बैठक में साफ कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के साथ रविवार सुबह हुई बैठक में एक बड़ा फैसला किया। योगी सरकार पिछले डेढ़ महीनों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से उत्तर प्रदेश लौटे 5 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को रोजगार देगी। इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमिटी का गठन किया गया है। इस उच्चस्तरीय कमिटी में प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज, प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग, प्रमुख सचिव कौशल विकास शामिल हैं। यह कमिटी ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त नौकरियों व रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ ही लोगों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की रणनीति पर काम करेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों से कहा कि इन सभी श्रमिकों और मजदूरों के जीवन यापन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार की है। लिहाजा इन श्रमिकों और मजदूरों के लिए उनके गांव या जिले में ही रोजगार की व्यवस्था करनी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उच्चस्तरीय कमिटी ये रणनीति तैयार करे कि यूपी के श्रमिकों और मजदूरों को राज्य के अंदर ही कैसे रोजगार दिया जाए? जल्द ही यह कमिटी अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी।