जज मौत मामला: झारखंड सरकार ने हत्या की CBIसे जांच कराने की सिफारिश की
रांची, जुलाई 31: झारखंड के धनबाद में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत के मामले में हेमंत सोरेन सरकार की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है। सीएम हेमंत सोरेन ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, झारखंड सरकार ने धनबाद में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद की कथित हत्या की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की सिफारिश की है।
झारखंड उच्च न्यायालय ने धनबाद के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत के मामले को गंभीरता से लिया है। अदालत ने धनबाद के जिला न्यायाधीश के पत्र पर इस मामले में संज्ञान लेते हुए सुनवाई की और पुलिस महानिदेशक तथा धनबाद के एसएसपी को तलब किया। इसी बीच सरकार ने इस मामले में बड़ा फैसला लिया। सरकार जज की मौत की जांच सीबीआई को सौपने जा रही है।
झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ0 रविरंजन ने प्राथमिकी होने में देर होने पर नाराजगी जाहिर की थी। बता दें, धनबाद में सुबह की सैर के दौरान ऑटो-रिक्शा की चपेट में आने से अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) उत्तम आनंद की मौत हो गई थी। वह धनबाद के मजिस्ट्रेट कॉलोनी के पास सुबह की सैर कर रहे थे। इसी दौरान एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी थी। बाद में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि एक ऑटो-रिक्शा ने जानबूझकर जज को टक्कर मारी है। हालांकि बाद में ऑटो रिक्शा के चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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वहीं दूसरी ओर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि न्यायधीश उत्तम आनंद की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जितनी तत्परता दिखानी चाहिए थी, उन्होंने नहीं दिखाई। दास का कहना है कि जज साहब की मृत्यु पर सीएम ने वह संवेदनशीलता नहीं दिखाई, जो उन्होंने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार स्टेन स्वामी की बीमारी से हुई मौत पर दिखाई थी।