जम्मू-कश्मीर की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र के पास 'दमन' एकमात्र उपाय: महबूबा मुफ्ती
श्रीनगर, 24 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला। महबूबा ने आरोप लगाया कि केंद्र के पास 'दमन' की एकमात्र तरीका है जिससे वह जम्मू-कश्मीर की स्थिति से निपटने की कोशिश कर रही है। महबूबा मुफ्ती ने ये बयान हाल की हिंसा से निपटने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत द्वारा कश्मीर में प्रतिबंधों को बढ़ाने की चेतावनी पर दिया है।
बिपिन रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, सीडीएस का ये बयान आधिकारिक टिप्पणी 'घाटी में सब कुछ ठीक है' का विरोधाभासी प्रतित होता है। महबूबा ट्विटर पर सीडीएस के बयान की आलोचना करते हुए लिखा, 'कश्मीर को खुली जेल में बदलने के बाद भी, बिपिन रावत का बयान कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि 'दमन' जम्मू और कश्मीर की स्थिति से निपटने का एकमात्र तरीका है। यह उनके आधिकारिक कथन का भी खंडन करता है कि यहां सब ठीक है।'
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बिपिन
रावत
ने
क्या
कहा
था?
विकांत
सिंह
मेमोरियल
लेक्चर
देते
हुए
सीडीएस
जनरल
बिपिन
रावत
ने
शनिवार
को
कहा
कि
हाल
के
दिनों
में
जम्मू
और
कश्मीर
में
लोगों
की
समान्य
गतिविधियां
शुरू
हो
गई
थी,
जो
अब
वर्तमान
स्थिति
के
कारण
बाधित
हो
सकता
है।
स्थिति
से
निपटने
में
लोगों
का
सहयोग
भी
जरूरी
है।
बिपिन
रावत
के
बयान
पर
आश्चर्य
जताते
हुए
पीडीपी
प्रमुख
ने
आश्चर्य
जताया
कि
सामूहिक
गिरफ्तारी,
इंटरनेट
बंद
करना
और
नए
सुरक्षा
बंकर
बनाने
जैसे
कड़े,
कठोर
और
दमनकारी
उपायों
के
बाद
अब
कौन
से
उपाय
किए
जाने
बाकी
हैं।