सत्यपाल मलिक के 300 करोड़ रिश्वत की पेशकश के दावे की होगी जांच, एलजी मनोज सिन्हा ने CBI को लिखी चिट्ठी
श्रीनगर, 25 मार्च: मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक के उन दावों की सीबीआई जांच होगी, जिनमें उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर का राज्यपाल रहते हुए उनको कुछ फाइलें क्लियर करने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी। जम्मू कश्मीर के उपराज्याल मनोज सिन्हा ने मामले में जांच की सिफारिश की है। सिन्हा ने इन आरोपों को गंभीर बताते हुए इनकी जांच के लिए सीबीआई को चिट्ठी लिखी है।
जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के रिश्वत के आरोप पर कहा कि हमने मामले की जांच के लिए सीबीआई को पत्र लिखा है। हम चाहते हैं कि सब कुछ स्पष्ट हो। उच्च पद पर बैठे किसी शख्स ने इस तरह के आरोप लगाए हैं तो इनको गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इसकी सच्चाई सभी के सामने आनी चाहिए।
क्या कहा था मलिक ने
इस समय मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के भी राज्यपाल रहे हैं। एक कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में राज्यपाल रहते उनको आरएसएस के एक बड़े नेता और कारोबारी अंबानी से जुड़ी फाइलों को मंजूरी के बदले 300 करोड़ रिश्वत का ऑफर मिला था। उन्होंने कहा था कि एक फाइल के उनको 150 करोड़ मिलने थे क्योंकि इन दोनों डील में भ्रष्टाचार था इसलिए मैंने यह डील ही निरस्त कर दी थी। सत्यपाल मलिक के इस दावे की काफी चर्चा रही थी। उनके दावे के कई महीने बाद अब इसमें जांच की सिफारिश की गई है।
बजट पर भी बोले सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने साल 2022-2023 के बजट पर कहा कि ये जम्मू-कश्मीर के लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करने वाला विकासोन्मुखी बजट है। उन्होंने कहा कि आने वाले 6 महीनों में हमारा कुल निवेश 70,000 करोड़ के ऊपर होने वाला है। पिछले वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर हमने आगे बढ़ने की तैयारी की है और इस साल के बजट में सुशासन, कृषि, बिजनेस, हर घर नल से जल,शिक्षा,हेल्थ,मेडिकल शिक्षा,पर्यटन, खेल आदि पर आधारित है। ये बजट जम्मू-कश्मीर में ध्रुव गति से परिवर्तन करने वाला है।
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