फोन टैपिंग केस : राजस्थान विधानसभा में शांति धारीवाल ने लहराई गुजरात में 90 हजार फोन टैप की न्यूज कटिंग
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी फोन टैपिंग मामले की गूंज रही। शून्यकाल में फोन टैपिंग पर बहस हुई और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने उसका जवाब दिया।

शांति धारीवाल की नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद्र कटारिया से तीखी तकरार
शांति धारीवाल की नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद्र कटारिया से तीखी तकरार भी हुई। इस पर भाजपा विधायकों ने कड़ी आपत्ति की और हंगामा करते हुए वेल में आ गए। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा स्पीकर ने 1 बजकर 5 मिनट पर सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया। दूसरी बार भी सदन की कार्यवाही आधे घंटे स्थगित कर दी।

पुलिस के पास फोन टैप करने का अधिकार
दरअसल, हंगामे की शुरुआत तब हुई जब धारीवाल ने गुजरात में फोन टैपिंग का आरोप लगा कागज लहराए। कागज लहराने पर कटारिया और धारीवाल में जमकर बहस हो गई। इससे पहले धारीवाल ने कहा कि इंडियन टेलीग्राफ एक्ट में केंद्र की 9 एजेंसियों और राज्यों में केवल एक एजेंसी पुलिस के पास फोन टैप करने का अधिकार है।

किसी भी जनप्रतिनिधि का फोन टैप नहीं किया
राजस्थान में किसी भी जनप्रतिनिधि का फोन टैप नहीं किया गया। एसओजी ने जो तीन एफआआर दर्ज की थी उनमें एफआर लग चुकी है और एसीबी अब भी विधायकों के खरीद फरोख्त मामले की जांच कर रही है।
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