Jabalpur News: सेना इंटेलिजेंस कोर ने पकड़ा नकली फ़ौजी, अग्निपथ योजना में ढूंढ रहा था शिकार
जबलपुर, 15 सितंबर: सेना के इंटेलीजेंस कोर ने एक ऐसे युवक को पकड़ा है, जो अग्निवीर भर्ती योजना के युवाओं से धोखाधड़ी करता था। सेना की वर्दी पहनकर खुद को आर्मी का जवान बताने वाला आरोपी सैन्य अस्पताल में भी दाखिल हो गया। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से वर्दी, फौजी गाड़ी के साथ फोटो, कोविड वैक्सीनेशन कार्ड, फौजी जवानों के साथ फोटो बरामद किए है हैं। जिसको दिखाकर वह, बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाता था हैं।
MP के सीधी जिले का रहने वाला आरोपी
सेना के इंटेलिजेंस कोर के हत्थे चढ़ा 26 साल का राहुल सिंह चौहान नाम का शख्स फर्जी सैनिक बना था। यह मप्र के सीधी जिले का रहने वाला है। मिल्ट्री अस्पताल के कर्नल अभिजीत पाल जैकब ने इस सिलसिले में गोराबाजार पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि ख़ुफ़िया तंत्र से विभाग को जानकारी लगी थी कि कोई शख्स अग्निपथ योजना भर्ती का झांसा देकर पैसों की वसूली का रहा है। बताए गए हुलिए और पहचान के आधार पर आरोपी को पकड़ा गया। जो सीधी जिले का रहने वाला है।
बेरोजगारों से कहता था ‘मेरी मिलट्री हॉस्पिटल में पोस्टिंग है
आरोपी राहुल सिंह के फ़ौजी होने पर कोई शक न कर सकें, इसके लिए उसने सभी इंतजाम कर रखे थे। आर्मी जवान की वर्दी पहनकर वह खुद को मिलट्री हॉस्पिटल में सेवारत बताता था। जब इस बात की संबंधित अस्पताल में तस्दीक की गई तो उसकी बातें झूठी निकली और वह बेनकाब हो गया। इस दौरान वह कई बार सैन्य अस्पताल भी पहुंचा और वहां सैनिक किस तरह की वर्दी पहनकर बातचीत करते है। वही से सीखकर राहुल अपने शिकार की तलाश में था।
होटल में मिली वर्दी और कई दस्तावेज
सेना इंटेलिजेंस टीम ने आरोपी को पकड़ने के बाद पूछताछ शुरू की। उसने जबलपुर में मंडला रोड स्थित होटल डाल्फिन में एक कमरा किराए से ले रखा था। झांसे में आने वाले लोगों को वह वही ले जाकर उनसे आसानी से पैसे वसूल सकें। होटल के कमरे की छानबीन की गई तो वहां कोर ऑफ सिग्नल की वर्दी भी मिली। साथ ही सिग्नल की चीता वर्दी में फौजी गाड़ी के साथ फोटो, कोविड वैक्सीनेशन कार्ड, फौजी जवानों के साथ फोटो मिले। इन्हें दिखाकर ही वह लोगों को अपने चंगुल में फंसाता था।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
सैन्य विभाग के प्रतिवेदन पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसने कितने बेरोजगार युवकों को अपना शिकार बनाया। आम लोगों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र सेना के अस्पताल में वह किसकी मदद से दाखिल हुआ, इसकी जांच भी की जा रही हैं।
14 जिलों के पंजीकृत युवाओं की चल रही भर्ती
जबलपुर में मप्र के 14 जिलों के पंजीकृत युवाओं की भर्ती प्रक्रिया चल रही हैं। दस दिनों तक चलने वाली इस प्रक्रिया में हिस्सा लेने आवेदकों का शहर में जमावड़ा लगा हैं। यहां स्थित जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर की निगरानी पूरी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। शारीरिक परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा देना होगा। इसी मौके का फायदा उठाते हुए दलाल और नौकरी का झांसा देने वाले गिरोह सक्रिय है। सैन्य विभाग का कहना है कि उनकी इंटेलिजेंस कोर एक्टिव है, गड़बड़ी करने वाले ऐसे तत्वों से सख्ती ने निपटा जाएगा।
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