2022 में विश्व के सबसे अच्छे रहने वाले शहरों की घोषणा, टॉप-10 में एक भी भारतीय शहर नहीं
द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व में रहने और जीने के हिसाब से सबसे अच्छा शहर ऑस्ट्रिया का वियना शहर है। जिसे ग्लोबल इंडेक्स में 100 में से 99.1 प्रतिशत अंक दिए गये हैं।
वॉशिंगटन, जून 25: विश्व में रहने वाले सबसे अच्छे और सबसे खराब शहरों की घोषणा हो चुकी है और 2019 और 2018 की तरह ही ऑस्ट्रिया के वियना शहर साल 2022 में भी पहले स्थान पर है। इस शहर ने कोविड-19 के बाद की परिस्थितियों से निबटने के लिए काफी कुछ काम किया है। हालांकि, विश्व के सबसे अच्छे शहरों में यूरोपीय शहरों का वर्चस्व है। आइये जानते हैं, विश्व के सबसे अच्छे और सबसे खराब शहरों के बारे में।
यूरोपीय शहरों का वर्चस्व
इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) की रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिमी यूरोपीय शहर रहने के लिहाज से टॉप पर हैं। इस लिस्ट को अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिस्ट ने तैयार करके जारी किया है। हालांकि, सबसे दिलचस्प बात ये है, कि इस रिपोर्ट में एक भी भारतीय शहर नहीं हैं। इकोनॉमिस्ट ने अपनी रिपोर्ट में साल 2022 में जीने और रहने के लिहाज से 100 सबसे अच्छे और सबसे खराब शहरों की लिस्ट तैयार की है।
सबसे अच्छे 10 शहरों की लिस्ट
द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व में रहने और जीने के हिसाब से सबसे अच्छा शहर ऑस्ट्रिया का वियना शहर है। जिसे ग्लोबल इंडेक्स में 100 में से 99.1 प्रतिशत अंक दिए गये हैं। वहीं, वियना के बाद कोपेनहेगन शहर को दूसरे नंबर पर रखा गया है। वहीं, ज्यूरिख शहर को इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर रखा गया है। वहीं, कनाडा के कैलगरी शहर को चौथे नंबर पर रखा गया है, जबकि इस लिस्ट में कनाडा के ही वैंकूवर शहर को पांचवें स्थान रखा गया है। इस लिस्ट को बनाते वक्त अमीरों और गरीबों, दोनों प्रकार के लोग क्या उस शहर में रह सकते हैं या नहीं, उसपर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है।
लिस्ट में कनाडा का रहा दबदबा
विश्व के सबसे अच्छे टॉप-10 शहरों में कनाडाई शहरों ने दबदबा बनाया है और तीन कनाडाई शहरों को टॉप-10 में शामिल किया गया है। इस लिस्ट में छठवें नंबर पर स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर को रखा गया है, जबकि सातवें नंबर पर जर्मनी का फ्रैंकफर्ट शहर है। वहीं आठवें नंबर पर कनाडा का टोरंटो शहर है तो नौवें नंबर पर नीदरलैंड के ऐम्स्टर्डम शहर को रखा गया है। वहीं, 10वें नंबर पर एक साथ दो शहरों को 95.1 प्वाइंट्स के सा शामिल किया गया है। जिसमें जापान का ओसाका शहर और ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न शहर है।
कई प्वाइंट्स का रखा गया है ध्यान
इस लिस्ट में शीर्ष पर शामिल ज्यादातर शहर ऐसे हैं, जो छोटे हैं और जहां पर कोविड-19 नियमों का काफी अच्छे से पालन किया है और जिन शहरों में स्कूलों के साथ साथ म्यूजियम, रेस्टोरेंट, किराने के दुकान और होटल और अस्पताल खुल गये हैं। वहीं, साफ-सफाई को भी महत्वपूर्ण स्थान पर रखा गया है। महामारी से पहले रैंकिंग में शीर्ष स्थान पाने वाले ऐसे शहरों को शामिल किया जाता था, जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हुआ था और जहां बुनियादी सेवाओं का काफी ध्यान रखा जाता था। वहीं, इस लिस्ट को बनाने में उस शहर में रहने वाले लोगों की लाइफस्टाइल और उनके मनोरंजन के साधनों का भी ध्यान रखा गया है।
विश्व के सबसे खराब शहरों की लिस्ट
विश्व के सबसे ज्यादा खराब टॉप-10 शहरों में सीरिया की राजधानी दमिश्क को पहले स्थान पर रखा गया है और इस शहर को लोगों के रहने के हिसाब से सबसे खराब शहर बताया गया है। वहीं, लीबिया में त्रिपोली, नाइजीरिया में लागोस और अल्जीरिया में अल्जीयर्स भी नीचे की ओर हैं, सभी पांच श्रेणियों में खराब अंक प्राप्त करना जारी है। सबसे कम रैंकिंग वाले दस शहर युद्ध, संघर्ष और आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के शहर भी शामिल
विश्व के सबसे ज्यादा खराब शहरों की लिस्ट में पाकिस्तान के कराची शहर को पांचवें नंबर पर रखा गया है, जबकि छठवें नंबर पर पापुआ न्यू गिनी के पोर्ट मोर्सबीन शहर को रखा गया है। वहीं, सातवें नंबर पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका शामिल है, जबकि आठवें नंबर पर जिम्बावे का हरारे शहर है। वहीं, कैमरून का डुआला नौवें और ईरान की राजधानी तेहरान दसवें नंबर पर आया है।
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