भारत के खिलाफ जहर उगलने में कुख्यात है US की ये मुस्लिम सांसद, अब भारत विरोधी प्रस्ताव किया पेश
इल्हान उमर ने पिछले अप्रैल में पाकिस्तान का दौरा किया था और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सहित शीर्ष पाक नेताओं से मुलाकात की थी और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की यात्रा की
वॉशिंगटन, जून 23: ऐसा लगता है कि, अमेरिका के मुस्लिम नेताओं ने भारत के खिलाफ जहर उगलने का ठेका ले लिया है और अपने भारत विरोधी अभियान को जारी रखते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी की सांसद इल्हान उमर ने अमेरिकी संसद में एक भारत विरोधी प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें उन्होंने भारत पर मुस्लिमों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
संसद में पेश किया प्रस्ताव
अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद सदस्य इल्हान उमर ने अमेरिकी संसद में एक प्रस्ताव पेश किया है जो अमेरिकी विदेश मंत्री को धार्मिक स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन के लिए भारत को विशेष रूप से चिंतित देश के रूप में नामित करने के लिए कहता है। सबसे दिलचस्प बात ये है, कि अमेरिका की मुस्लिम महिला सांसद इल्हान उमर के इस प्रस्ताव को एक और मुस्लिम सांसद रशीदा तालिब के साथ साथ जुआन वर्गास ने सह प्रायोजित किया है। इस प्रस्ताव से साफ जाहिर हो रहा है, कि इन मुस्लिम सांसदों के मन में सेक्युलर और लोकतांत्रिक देश भारत के खिलाफ कितना जहर भरा हुआ है।
बाइडेन प्रशासन से किया आग्रह
सांसद इल्हान उमर ने जो प्रस्ताव पेश किया है, उसमें बाइडेन प्रशासन से अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की सिफारिशों को लागू करने का आग्रह किया गया है, जिसने लगातार तीन वर्षों तक भारत को विशेष चिंता वाले देश के रूप में नामित करने का आह्वान किया है। और यहां एक और सबसे दिलचस्प बात ये है, कि इस रिपोर्ट को भी एक मुस्लिम अधिकारी ने ही तैयार किया है और भारत सरकार की तरफ से इस रिपोर्ट पर सख्त एतराज जताते हुए इसे दुर्भावनापूर्ण इरादे से तैयार किया गया रिपोर्ट करार दिया गया था।
संसद में इस प्रस्ताव का क्या होगा?
मंगलवार को प्रतिनिधि सभा में पेश किया गया प्रस्ताव सदन की विदेश मामलों की समिति को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा गया है। हालांकि, इस प्रस्ताव को भारत के खिलाफ इतने ज्यादा दुर्भावनापूर्ण इरादे से तैयार किया गया है और भारत के खिलाफ इसमें इतने संगीर आरोप मढ़े गये हैं, कि इस प्रस्ताव को रद्दी की टोकड़ी में डालने के अलावा कुछ नहीं किया जाएगा। खासकर इल्हान उमर अपने पाकिस्तान प्रेम के लिए भी जानी जाती हैं और उन्होंने पाकिस्तान का खुलकर साथ दिया है और उन्होंने अप्रैल महीने में पाकिस्तान का दौरा भी किया था।
पाकिस्तान परस्त हैं इल्हान
इल्हान उमर, जिन्होंने पिछले अप्रैल में पाकिस्तान का दौरा किया और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सहित शीर्ष पाक नेताओं से मुलाकात की थी और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की यात्रा की, उन्हों अभी तक अमेरिकी संसद को ये नहीं बताया है, कि उनके दौरे को किसने स्पांसर किया था और उनके पास पाकिस्तान का दौरा करने के लिए पैसा कहां से आया? वहीं, भारत ने अमेरिकी कांग्रेस सांसद इल्हान उमर की पीओके यात्रा की निंदा करते हुए कहा था कि इस क्षेत्र की उनकी यात्रा ने देश की संप्रभुता का उल्लंघन किया है और यह उनकी "संकीर्ण मानसिकता" की राजनीति को दर्शाता है।
भारत ने दौरे पर जताई थी कड़ी आपत्ति
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, कि 'अगर ऐसी राजनेता घर पर अपनी संकीर्ण मानसिकता की राजनीति करना चाहती है, तो यह उसका बिजनेल हो सकता है। लेकिन हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन करना इसे हमारा बना देता है। यह यात्रा निंदनीय है।" वहीं, भारत के सख्त ऐतराज के बाद अमेरिका की तरफ से भी कहा गया था, कि इल्हान उमर के कश्मीर दौरे से अमेरिकी सरकार का कोई वास्ता नहीं है और उनका ये निजी दौरा हो सकता है, जिससे अमेरिका का कोई लेनादेना नहीं है।
भारत के खिलाफ भरा है जहर
पाकिस्तान परस्त इल्हान उमर भारत से संबंधित कई कांग्रेस की सुनवाई के दौरान भारत के खिलाफ अपना पूर्वाग्रह दिखाया है। वहीं, इल्हान उमर भारत के खिलाफ संसद में प्रस्ताव पेश करने वाली हैं, ये रिपोर्ट इमरान खान की पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहले ही घोषणा कर दी थी, जिसको लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को फटकार लगाई गई है। इल्हान उमर का प्रस्ताव भारत में कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन की निंदा करता है, जिसमें मुसलमानों, ईसाइयों, सिखों, दलितों, आदिवासियों और अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों को "निशाना बनाना" शामिल है। इसने भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों के "बिगड़ते व्यवहार" के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की गई है।
इल्हान उमर कौन हैं?
इल्हान उमर, एक सोमाली मूल की अमेरिकी नागरिक हैं, जो राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं। इल्हान उमर ने पीओके की अपनी यात्रा के बाद कहा था कि कश्मीर को संयुक्त राज्य अमेरिका से अधिक ध्यान देना चाहिए, जिसकी भारत ने कड़ी निंदा की थी। इल्हान उमर की मानसिकता वही है, जो पाकिस्तानी नेताओं की है, जो अमेरिका जैसे देश में रहने के बाद भी अपनी संकीर्ण और सांप्रदायिक मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाई हैं। इल्हान उमर ने पीओके का दौरा करने के बाद कहा था, कि 'मुझे नहीं लगता है कि, कांग्रेस में (अमेरिकी संसद में) इसके (कश्मीर) बारे में किसी भी तरह की कोई बात की जा रही है, या फिर प्रशासन (बाइडेन प्रशासन) के अंदर ही किसी तरह की बात की जा रही है'।
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