अंतरिक्ष में फंस गए अमेरिका के वैज्ञानिक, रूस अपने स्पेसक्राफ्ट से पहुंचाएगा घर या रह जाएंगे स्पेस में?
डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने धमकी दी है कि, वो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में ही छोड़ देंगे।
वॉशिंगटन/मॉस्को, मार्च 15: यूक्रेन संकट के बीच अमेरिका के अंतरक्षि यात्री मार्क वंदे हेई पिछले एक साल से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में हैं और उनकी वापसी पर संकट के बादल घिर आये हैं, क्योंकि यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से रूस और अमेरिका के संबंध काफी खराब हो चुके हैं। लेकिन, अब नासा की तरफ से अपने अंतरिक्ष यात्री को लेकर अहम बयान आया है।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने दी थी धमकी
डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने धमकी दी है कि, वो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में ही छोड़ देंगे, जिसके बाद अमेरिकी अंतरिक्षयात्री के अंतरिक्ष में ही फंसने की आशंका जताई जा रही है। अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री मार्क वंदे हेई ने अंतरिक्ष में लगभग एक वर्ष का वक्त बिताया है, लेकिन दोनों देशों के बीच गहराते तनाव के बीच उनकी वापसी पर सस्पेंस बना हुआ है। वहीं, कई लोग चिंता जता रहे हैं, कि दिमित्री रोगोज़िन दशकों से शांतिपूर्ण ऑफ-द-प्लेनेट साझेदारी को खतरे में डाल रहे हैं, खास तौर पर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर।
30 मार्च को आने वाली है स्पेसक्राफ्ट
यूक्रेन संकट के बीच अंतरिक्ष में फंस गये अमेरिकी अंतरिक्ष वैज्ञानिक मार्क वंदे हेई की मां अपने बेटे की धरती पर वापसी को लेकर काफी परेशान हैं और डेली मेल से बात करते वक्त वो भावुक हो गई हैं। उनकी मां ने कहा कि, जब मुझे रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख से मिली धमकी के बारे में पता चला, तो मैं काफी परेशान हो गई थी और मैं काफी रोई। हमलोग इस वक्त सिर्फ प्रार्थना कर सकते हैं और वही कर रहे हैं। आपको बता दें कि, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री मार्क वंदे हेई ने मंगलवार को 340 दिनों के यूएस सिंगल स्पेसफ्लाइट रिकॉर्ड को तोड़ा है और वो 30 मार्च को धरती पर आने वाले हैं। वो दो रूसी अंतरिक्षयात्रियों के साथ कजाकिस्तान में धरती पर उतरने वाले हैं। लेकिन, इसीबीच यूक्रेन संकट शुरू हो गया है।
अंतरिक्ष में बनाया है नया रिकॉर्ड
आपको बता दें कि, अमेरिकी वैज्ञानिक मार्क वंदे हेई ने अंतरिक्ष में अमेरिका की तरफ से नया रिकॉर्ड बनाया है और वो अमेरिका के पहले ऐसे अंतरिक्ष यात्री होंगे, जिन्होंने अंतरिक्ष में 355 दिन बिताए होंगे। अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा दिनों तक रहने का रिकॉर्ड रूसी वैज्ञानिक के नाम पर है, जिन्होंने अंतरिक्ष में 438 दिन गुजारे थे, और ये अभी भी एक रिकॉर्ड है।
रूस ने दी है खतरनाक धमकी
आपको बता दें कि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी और रूसी स्पेस एजेंसी के प्रमुख रोगोजिन ने ट्वीटर पर खुलेआम धमकी देते हुए कहा है कि, अमेरिकी वैज्ञानिक मार्क वंदे हेई को वो अंतरिक्ष पर ही छोड़ देंगे और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से रूसी हिस्से को अलग कर देंगे, जिससे पूरा इंटरनेशनल स्पेस एजेंसी ही धरती पर गिर जाएगा। रूसी अंतरिक्ष प्रमुख की ये धमकी काफी खतरनाक है, क्योंकि इससे अमेरिकी वैज्ञानिक की जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी। माना जा रहा है कि, अमेरिका ने जो रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं, रूस की तरफ से उसका जवाब दिया जा रहा है। अमेरिकी प्रतिबंधों रूस के स्पेस प्रोग्राम को काफी नुकसान हो रहा है।
क्या पश्चिमी देशों पर गिरेगा ISS?
रूसी स्पेस एजेंसी के प्रमुख रोगोजिन ने अपने धमकी वाले वीडियो में कहा है कि, क्या आप (नासा) आईएसएस में हमारे सहयोग को खत्म करना चाहते हैं? और अगर आप ऐसा करना चाहते हैं, तो फिर इंटरनेशनल स्पेस एजेंसी को अमेरिका या फिर यूरोपीय देशों पर गिरने से कौन रोक सकता है? उन्होंने कहा कि, अमेरिका ने जो प्रतिबंध लगाए हैं, उससे 500 टन का इंटरनेशनल स्पेस एजेंसी अमेरिका या यूरोप पर क्रैश होकर गिर जाएगा। आपको बता दें कि, अगर रूस आईएसएस से अपने हिस्से को निकालता है और अगर स्पेस स्टेशन यूरोप या फिर अमेरिका पर गिरता है, तो भीषण तबाही मच जाएगी और हजारों लोगों को की मौत हो सकती है।
धरती के बाद अंतरिक्ष में विवाद
नासा के रिटायर्ड अंतरिक्ष यात्री स्कॉट केली, जिनके नाम पर अभी तक सबसे ज्यादा दिनों तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड है, उन्होंने यूक्रेन युद्ध से नाराज होकर रूस मिले अवार्ड को रूसी दूतावास को वापस कर दिया है। हालांकि, यूक्रेन में घातक संघर्ष के बाद भी स्कॉट केली का मानना है कि, अंतरिक्ष में 'हम एक साथ विवादों को सुलक्षा सकते हैं।' उन्होंने कहा कि, "हमें एक उदाहरण सेट की आवश्यकता है कि, कि जो देश अभी तक अनुकूल शर्तों पर एक साथ नहीं रहे हैं, वो कहीं और शांति के साथ काम कर सकते हैं। और वह कहीं अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन है। इसलिए हमें इसे बनाए रखने के लिए 'लड़ने' की जरूरत है"।