खतरे का अलार्म: अमेरिकी शीर्ष जनरल ने लद्दाख के पास चीनी निर्माण पर जताई चिंता, कहा, आना होगा साथ
शीर्ष कमांडर जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ने कहा कि, ‘मेरा मानना है कि (चीन की) गतिविधि का स्तर आंखें खोलने वाला है’।
नई दिल्ली, जून 08: लद्दाख में भारतीय सीमा के पास चीनी निर्माण को लेकर अमेरिका के शीर्ष जनरल ने गहरी चिंता जताई है और कहा है कि, लद्दाख के पास चीनी गतिविधि "आंख खोलने वाली" है और बुनियादी ढांचे का निर्माण खतरनाक है'। अमेरिका के शीर्ष कमांडर जनरल चार्ल्स ए फ्लिन, जो यूएस आर्मी पैसिफिक में कमांडिंग जनरल हैं, उन्होंने लद्दाख में चीन के निर्माण को 'अस्थिर और संझारक व्यवहार" के रूप में वर्णित किया है, क्योंकि, चीन ने हिमालयी सीमा पर चीनी बुनियादी ढांचे के निर्माण करना शुरू कर दिया है।
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अमेरिकी जनरल ने जताई चिंता
शीर्ष कमांडर जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ने कहा कि, ‘मेरा मानना है कि (चीन की) गतिविधि का स्तर आंखें खोलने वाला है'। उन्होंने कहा कि, ‘मुझे लगता है कि पश्चिमी थिएटर कमांड में जो कुछ बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है, वह खतरनाक है। और बहुत कुछ, जैसे कि उनके सभी सैन्य शस्त्रागार में, किसी को यह सवाल पूछना होगा, कि आखिर क्यों?' एशिया-प्रशांत क्षेत्र की देखरेख करने वाले जनरल ने पत्रकारों के एक चुनिंदा समूह से बात करते हुए अमेरिकी जनरल ने ये बातें कहीं हैं। जनरल फ्लिन ने कहा कि, चीन का ‘वृद्धिशील और कपटी रास्ता, और क्षेत्र में अस्थिर और संक्षारक व्यवहार" शांति के लिए "मददगार नहीं है"। अमेरिकी जनरल ने कहा कि, ‘मुझे लगता है कि इसके चीन के इस व्यवहार के खिलाफ हमें एक साथ काम करने की जरूरत है'।
भारत-अमेरिका करेंगे सैन्य अभ्यास
आपको बता दें कि, भारत और अमेरिका इस साल अक्टूबर में हिमालयी क्षेत्र में युद्ध अभ्यास करने जा रहे हैं और दोनों देशों के बीच चलने वाला ये युद्धाभ्यास हिमालय में 9,000-10,000 फीट की ऊंचाई पर उच्च ऊंचाई वाले स्थान पर होगी। इस सैन्य अभ्यास के बाद भारतीय सेनाएं अलास्का में भीषण ठंड के मौसम की स्थिति में प्रशिक्षण लेंगी। अभ्यास उच्च-ऊंचाई वाले युद्ध के क्षेत्र में अत्यंत उच्च-स्तरीय संयुक्त संचालन के लिए होते हैं। इसमें नई तकनीक, वायु सेना की संपत्ति, हवाई हमले, रसद और वास्तविक समय के आधार पर सूचना साझा करना शामिल है। जनरल फ्लिन ने कहा कि, ‘ये सभी अमूल्य अवसर हैं जिनका भारतीय सेना और अमेरिकी सेना फायदा उठा सकते हैं।'
पैंगोग-त्सो में चीनी निर्माण
एनडीटीवी की जनवरी महीने की एक रिपोर्ट में सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर कहा गया था कि, पैंगोंग झील के पार एक चीनी पुल का निर्माण किया जा रहा है, जो एक प्रमुख बुनियादी ढांचा निर्माण है जिसका भारतीय सेना के लिए गहरा सैन्य प्रभाव पड़ सकता है, जो इस क्षेत्र में भारी रूप से तैनात है। आगे की ओर, चीनियों ने अपने हवाई क्षेत्रों और सड़क के बुनियादी ढांचे को काफी उन्नत और विस्तारित किया हुआ है, जिससे हिमालय की सीमा के पार भारत के लिए सीधा खतरा पैदा हो गया है। वहीं, एक दर्जन से अधिक दौर की सैन्य वार्ता होने के बावजूद, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का उल्लंघन करने के बाद चीनी कई क्षेत्रों से पीछे नहीं हटे हैं, जिन पर उन्होंने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।