केमिकल से लदे जहाज में आग के बाद अब श्रीलंका में हो सकती है 'तेजाब' की बारिश, लोगों को किया गया अलर्ट
कोलंबो, 29 मई। श्रीलंका में कोलंबो तट के करीब खड़े मालवाहक जहाज में 20 मई को आग लगने से हड़कंप मच गया था। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद काफी हद तक आग पर तो काबू पा लिया गया लेकिन उसकी वजह से अब श्रीलंका से 'तेजाब' की बारिश होने का डर बढ़ गया है। दरअसल, श्रीलंका की शीर्ष पर्यावरण संस्था ने सरकार को आगाह किया कि पिछले सप्ताह जिस जहाज में आग लगी थी, उससे उससे नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन के कारण अम्लीय वर्षा हो सकती है।
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जहाज में आग के बाद तेजाब की बारिश का खतरा
पर्यावरण संस्था के अधिकारियों का कहना है कि कोलंबो तट पर सिंगापुर के ध्वज वाले जहाज में लगी आग की वजह से श्रीलंका के आसमान से अम्लीय वर्षा हो सकती है, जो लोगों और यहां रह रहे जीवों के लिए काफी हानिकारक होगी। अधिकारियों ने लोगों से मौसम खराब होने की स्थिति में सतर्क रहने के लिए कहा है। बता दें कि रसायन और कॉस्मेटिक्स के लिए आवश्यक कच्चे सामान से लोड मालवाहक जहाज एमवी 'एक्स-प्रेस पर्ल' गुजरात के हजीरा से कोलंबो बंदरगाह के लिए निकला था।
जहाज पर लोड था टनों में नाइट्रिक एसिड
20 मई, 2021 से जहाज में कोलंबो तट से करीब 18 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम में भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि जहाज बंदरगाह में प्रवेश का इंतजार कर रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जहाज पर 325 मीट्रिक टन ईंधन और 25 टन हानिकारक नाइट्रिक एसिड लोड था। समुद्री पर्यावरण सुरक्षा प्राधिकरण (एमईपीए) के अध्यक्ष धर्शानी लहंदापुरा के हवाले से स्थानीय मीडिया ने कहा कि एक्स-प्रेस पर्ल से काफी ज्यादा मात्रा में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हो रहा है।
बारिश की चपेट में आने से बचें
धर्शानी लहंदापुरा ने आगे कहा, 'नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन की वजह से बारिश के मौसम में थोड़ी अम्लीय बारिश हो सकती है, लोगों को इसकी चपेट में आने से बचने की सलाह दी जाती है। खासतौर पर तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को बारिश के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए।' आधिकारी ने आगे कहा, मालवाहक जहाज पर लगी आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है, प्रदूषण से बचने के लिए जल्द से जल्द तटों की सफाई के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
भारत ने भेजी मदद
बता दें कि जहाज पर लगी आग को बुझाने में मदद करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल ने (आईसीजी) ने अपने दो जहाजों को वैभव और वज्र को मौके पर भेजा है। तटरक्षक बल के दोनों जहाज वैभव और वज्र, बाहरी फोम अग्निशमन और प्रदूषण प्रतिक्रिया क्षमताओं से लैस अपतटीय गश्ती जहाज हैं। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन जहाजों को श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा आईसीजी की सहायता मांगने के बाद तैनात किया गया। इसके अतिरिक्त किसी भी तरह की तत्काल सहायता के लिए कोच्चि, चेन्नई और तूतीकोरिन में भारतीय तटरक्षक बल के जहाजों को स्टैंडबाई मोड पर रखा गया था।
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