#Thai Cave Rescue: गुफा से सुरक्षित निकाले गए 7 बच्चे, इंफेक्शन के डर से रखे गए हैं अलग
23 जून से थाइलैंड की गुफा में फंसे 12 बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए शुरू किया गया राहत कार्य अब अपने दूसरे पड़ाव में है। सोमवार को बचाव दल ने 7 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
बैंकॉक। 23 जून से थाइलैंड की गुफा में फंसे 12 बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए शुरू किया गया राहत कार्य अब अपने दूसरे पड़ाव में है। सोमवार को बचाव दल ने 7 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। राहत कार्य सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे शुरू किया गया था। बचाव दल की मानें तो बच्चों को बाहर निकालने में अभी काफी समय लगेगा। सूत्रों के हवाले से सीबीएस न्यूज ने बताया है कि बचाव कर्मी पांचवे बच्चे को एंबुलेंस तक ले गए हैं और छठें बच्चे को भी जल्द निकाला जा सकता है। गुफा में फंसे बच्चों की उम्र 11 वर्ष से 16 वर्ष है और उनके कोच की उम्र 25 वर्ष है। ये सभी लोग प्रैक्टिस मैच खत्म होने के बाद थाम लुआंग नांग नोन गुफा घूमने गए थे।
बारिश में मां-बाप कर रहे इंतजार
जो बच्चे निकाले गए हैं उन्हें चियांग रसइ प्रानुक्रोह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। रविवार को गुफा से चार बच्चों को निकाला गया था। रेस्क्यू मिशन के कमांडर का कहना है कि उन्हें आज शाम तक कुछ और गुड न्यूज मिल सकती है। सोमवार को राहत और बचाव कार्य रविवार की तुलना में चार घंटे पहले शुरू हुआ। घबराए माता-पिता अपने बच्चों की झलक पाने के लिए गुफा के बाहरी दरवाजे पर ही इंतजार कर रहे हैं। भारी बारिश के बाद भी ये अपने बच्चों का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे और कुछ नहीं कर सकते हैं बस अपने बच्चों का इंतजार ही कर सकते हैं।
बच्चे शारीरिक तौर पर स्वस्थ
थाई अथॉरिटीज का कहना है कि जो बच्चे गुफा से निकाले गए हैं, वे भूखे हैं लेकिन पूरी तरह से स्वस्थ हैं। बच्चों को उनके माता-पिता और बाकी रिश्तेदारों से अभी दूर रखा जा रहा है। उनका मानना है कि इस समय इंफेक्शन का खतरा बहुत ज्यादा है। बचाए गए बच्चों को अलग रखा गया है। माना जा रहा है कि कुछ बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक बच्चे पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर यानी पीटीएसडी से ग्रसित हो सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञ भी पहुंचे
इस राहत कार्य में 19 ऑस्ट्रेलियाई भी शामिल हैं जिसमें एक डॉक्टर भी शामिल है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया ने अपने एनेस्थेटिस्ट और विशेषज्ञ गोताखोर रिचर्ड हैरिस को इस राहत कार्य के लिए भेजा है। यह थाईलैंड की मेडिकल टीम के साथ गुफा के अंदर मौजूद हैं और इस बात का पता लगा रहे हैं कि बच्चों को किस अवस्था में बाहर निकालना है।