मेहुल चोकसी को भारत लाने में थोड़ा विलंब, डोमिनिका हाई कोर्ट में फिर टली सुनवाई
रुसाउ, 03 जून। पीएनबी घोटाला मामले में भारत से भागे हुए हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को अब विदेश में भी चैन की नींद नसीब नहीं हो रही है। 23 मई को अचानक ही एंटीगा से गायब होने के बाद डोमिनिका में गिरफ्तार हुआ मेहुल चोकसी अब देश में अवैध प्रवेश के आरोप का सामना कर रहा है। जमानत याचिका खारिज होने के बाद गुरुवार को उसे फिर डोमिनिका की एक निचली अदालत में पेश किया गया। न्यायालय ने मेहुल चोकसी से पूछा कि आखिर वह डोमिनिका की सीमा में अवैध रूप से कैसे घुसा।
इस बीच भारत सरकार ने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर कार्रवाई तेज कर दी है, डिपोर्टेशन के सिलसिले में डोमिनिका की हाई कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन इसे टाल दिया गया है। हालांकि अगली सुनवाई कब तक होगी इसके लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि 1 जुलाई के आसपास डोमिनिका हाई कोर्ट सुनवाई कर सकती है। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसे यहां वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, फिलहाल वह डोमिनिका की हिरासत में है और वहां कुछ कानूनी कार्यवाही चल रही है।
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मेहुल चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी का आरोप है कि वह डोमिनिका में अवैध रूप से नहीं घुसे बल्कि उनका अपहरण कर उन्हें वहां ले जाया गया। प्रीति चोकसी ने यह भी दावा किया है कि डोमिनिका में उनके पति को शारिरिक और मानसिक यातनाएं दी जा रही हैं। उन्होंने मेहुल चोकसी की तरफदारी करते हुए मानवाधिकार का हवाला दिया है। उधर, डोमिनिका में अवैध रूप से घुसने के आरोप में पकड़ा गया मेहुल चोकसी फिलहाल कोर्ट से अपनी जमानत याचिका की मांग कर रहा है।