जसपाल अटवाल ने कहा झूठे हैं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, भारत से मांगे माफी
जसपाल अटवाल, पूर्व सिख चरमपंथी, जिसकी वजह से भारत और कनाडा के संबंध में कुछ हद तक एक विवाद की वजह से तनाव पैदा हो गया था, उसने अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को झूठा करार दिया है।
टोरंटो। जसपाल अटवाल, पूर्व सिख चरमपंथी, जिसकी वजह से भारत और कनाडा के संबंध में कुछ हद तक एक विवाद की वजह से तनाव पैदा हो गया था, उसने अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को झूठा करार दिया है। अटवाल ने ट्रूडो सरकार की ओर से लगाए गए उन आरोपों पर जवाब दिया है जिसमें कहा गया था कि उसे भारत सरकार के ही कुछ तत्वों ने प्रयोग किया था ताकि ट्रूडो का भारत दौरा खराब हो जाए और उन्हें शर्मसार होना पड़े। अटवाल की माने तो इस तरह की बातें पूरी तरह से झूठी हैं। ट्रूडो एक हफ्ते के दौरे पर फरवरी में भारत आए थे। हिन्दुस्तान टाइम्स की ओर से एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है।
जल्द सबके सामने आएगा सच
अटवाल ने एक इंटरव्यू में कहा है, 'इसके नतीजे सामने आएंगे और सच-झूठ के साथ ही असलियत भी सबके सामने आएगी। प्रधानमंत्री ट्रूडो और उनके लोगों को भारत सरकार और जसपाल अटवाल से माफी मांगनी पड़ेगी।' अटवाल का यह इंटरव्यू करीब एक घंटे का था और इसके ज्यादातर हिस्से हिंदी में ही हैं। आपको बता दें कि 19 फरवरी को मुंबई में जस्टिन ट्रूडो की ओर से डिनर का आयोजन किया गया था। इस डिनर में बॉलीवुड स्टार्स भी शामिल थे। अटवाल को भी इस कार्यक्रम के लिए इनवाइट किया गया था। अटवाल की वजह से ट्रूडो और उनकी सरकार को न सिर्फ भारत बल्कि कनाडा में भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। अटवाल साल 1987 में पंजाब सरकार के मंत्री की हत्या का दोषी है। अटवाल को दिल्ली में होने वाले डिनर के लिए भी इनवाइट किया गया था लेकिन मुंबई में हुए विवाद के बाद इनवाइट को कैंसिल कर दिया गया।
ट्रूडो ने भारत को बताया था जिम्मेदार
कनाडा के एक सीनियर अधिकारी की ओर से नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर डैनियल जीन को 'साजिश' के बारे में बताया गया। खुद पीएम ट्रूडो ने भी इस बात का समर्थन किया और हाउस ऑफ कॉमन्स में भी भारत को अटवाल विवाद के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। अटवाल के मुताबिक पहले ट्रूडो और उनकी सरकार को लगा था कि वे बच गए हैं लेकिन अब उन्हें समझ में आया है कि वे असल में बुरी तरह से फंस चुके हैं। अटवाल के मुताबिक इस झूठ की हकीकत सबके सामने जरूर आएगी भले इसमें एक माह लगे, दो माह का समय लगे या फिर भले एक वर्ष का ही समय क्यों न लगे। अटवाल ने जो कुछ भी अभी कहा है वह पूर्व में उनकी ओर से दिए गए बयानों के एकदम विपरीत है। अटवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके ट्रूडो से माफी मांगी थी और कहा था कि उन्हें भारत में अटवाल की वजह से शर्मिंदा होना पड़ा। इसक लिए वह तहेदिल से माफी मांगते हैं।