ऋषि सनक या लिज ट्रस: कौन होगा ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री? आज घोषित होंगे नतीजे
ब्रिटेन का प्रधानमंत्री जो भी बनेगा, उसके कंधे पर काफी ज्यादा बोझ होगा, क्योंकि ब्रिटेन काफी बड़े आर्थिक संकट में फंसने की तरफ बढ़ रहा है। बढ़ी हुई महंगाई और ऊर्जा संकट ने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को काफी प्रभावित किया है
लंदन, सितंबर 05: ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका पता आज चल जाएगा और भारतीय मूल के ऋषि सुनक या फिर ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस, किनके सिर पर जीत का सेहरा सजेगा, इसका फैसला भी आने वाले कुछ घंटों में हो जाएगा। ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी के इन दोनों उम्मीदवारों के बीच प्रधानमंत्री बनने के लिए रेस चल रही थी, जिसमें ऋषि सुनक बाद में पिछड़ते नजर आ रहे थे। ऋषि सुनक ब्रिटेन के वित्तमंत्री के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था और फिर प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया था।
लिज ट्रस हैं फेवरेट
47 साल की लिज ट्रस बोरिस जॉनसन की सरकार में विदेश मंत्री की भूमिका में थी और प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद उन्होंने भी प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी और अब वो प्रधानमंत्री बनने के काफी करीब हैं। सट्टा बाजार लिज ट्रस को फेवरेट बता रहा है और पिछले दो महीनों से चल रहा चुनाव प्रचार के शुक्रवार को खत्म होने के बाद सट्टा बाजार का कहना है, कि लिज ट्रस ने बाजी मार ली है। लंदन समय के मुताबिक, चुनाव परिमाण दोपहर साढ़े 12 बजे घोषित किए जाएंगे, जब दिल्ली में शाम के 5 बज रहे होंगे और जो भी विजयी उम्मीदवार होगा, वो मंगलवार से सत्ता संभालेगा, जब निवर्तमान और आने वाले प्रीमियर स्कॉटलैंड के बाल्मोरल में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मिलेंगे। लिज ट्रस ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर के कार्यकाल से ही ब्रिटेन की राजनीति में आगे बढ़ी हैं और अगर प्रधानमंत्री बनती हैं, तो प्रधानमंत्री की पद तक पहुंचने वाली तीसरी महिला होंगी।
ऋषि सुनक थोड़ा पीछे हुए
वहीं, बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री की भूमिका संभालने वाले ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं और अगर वो जीतते हैं, तो पहली बार ऐसा होगा, जब जातीय अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री पद तक पहुंचेगा। उन्होंने 2015 में संसद में प्रवेश किया और 2020 की शुरुआत में चांसलर बने, जिस वक्त कोविड संकट से पूरी दुनिया परेशान थी और अपनी कामों की वजह से वो राष्ट्रीय राजनीति में छा गये, क्योंकि उन्होंने एक वित्तमंत्री के साथ साथ एक व्यवसाई होने के नाते भी उन्होंने देश की जनता की काफी मदद की थी। इसके साथ ही लॉकडाउन के वक्त उन्होंने व्यवसाय और कारोबारियों के लिए सैकड़ों अरब पाउंड का पैकेज दिया था, जिसकी वजह से वो कारोबारियों के बीच काफी प्रसिद्ध हैं।
नये नेता पर होगा काफी बोझ
ब्रिटेन का प्रधानमंत्री जो भी बनेगा, उसके कंधे पर काफी ज्यादा बोझ होगा, क्योंकि ब्रिटेन काफी बड़े आर्थिक संकट में फंसने की तरफ बढ़ रहा है। बढ़ी हुई महंगाई और ऊर्जा संकट ने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को काफी प्रभावित किया है और ब्रिटिश करेंसी का वैल्यू भी कई सालों के बाद नीचे गिरा है। वहीं, लिज ट्रस ने इस हफ्ते अपनी टीम के साथ वक्त बिताया, जहां उन्होंने अपनी नई कैबिनेट को लेकर काफी बातचीत की है और आने वाली सर्दी में ब्रिटेन को ऊर्जा संकट से कैसे बचाया जाए, इसको लेकर योजना बनाने पर बात की गई है.
आपातकालीन बजट
लिज ट्रस ने रविवार को बीबीसी को बताया कि, वह ऊर्जा संकट से जूझ रहे परिवारों की मदद के लिए काफी तेजी के साथ काम करेंगी। एक अनुमान के मुताबिक, इस साल सर्दी के महीनो में ब्रिटिश परिवारों के पास पिछले साल की सर्दी के मुकाबले तीन गुना ज्यादा बिजली का बिल आने की आशंका है। जिसको लेकर लिज ट्रस ने कहा है कि, वो प्रधानमंत्री बनने के एक हफ्ते के अंदर ही ऊर्जा बिल को कम करने के लिए सब्सिडी देंगी, जिसका वादा उन्होंने चुनाव प्रचार में किया था। जबकि, ऋषि सुनक ने सब्सिडी देने से इनकार कर दिया था और कहा था, कि वो ऐसा वादा नहीं कर सकते हैं, जिसे वो पूरा नहीं कर सकें और चुनाव में ऋषि सुनक के पिछड़के के पीछे की सबसे बड़ी वजह यही थी। ऋषि सुनक ने कहा था कि, ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को देखते हुए अगर गैस की कीमतों में कमी की गई, तो देश बुरी तरह से आर्थिक संकट में फंस सकता है। वहीं, लिज ट्रस के कार्यालय ने अगले महीने एक आपातकालीन बजट पेश करने का भी वादा किया है और उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान काफी बड़े बड़े वादे किए हैं, जिसका फायदा उन्हें मिलता दिख रहा है, जिनमें कई 'मुफ्त' योजनाएं हैं।
कैसे होगा विजेता के नाम की घोषणा?
ऋषि सुनक और लिज ट्रस ने कंजर्वेटिव पार्टी के लगभग 1,60,000 सदस्यों के मत पाने और उन्हें प्रभावित करने के लिए कई बार आमने-सामने की बहस की। ऋषि और ट्रस दोनों ने ही एक दूसरे पर आरोप लगाए और टोरी सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए लुभावने वादे किए। क्योंकि सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाला पार्टी का नेता और ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री बनेगा, लिहाजा लिज ट्रस ने जो चुनावी वादे किए हैं, एक्सपर्ट्स का मानना है, कि उन्हें पूरा संभव नहीं है। लेकिन, फिलहाल उन्हें इसका जबरदस्त फायदा मिल रहा है। इस बार लंदन के बकिंघम महल के स्थान पर स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में सत्ता का हस्तांतरण होगा, जहां निवर्तमान पीएम बोरिस जॉनसन सत्ता की बागडोर विजेता उम्मीदवार को सौंपेंगे। खबर के मुताबिक, इस बार ब्रिटेन की महारानी गर्मी की छुट्टी मनाने स्कॉटलैंड गई हुई हैं और उनकी फिलहाल लंदन लौटने की तत्काल कोई योजना नहीं है। इस वजह से सत्ता हस्तांतरण का सारा कार्यक्रम स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में आयोजित की जाएंगी।
कौन हैं सुएला ब्रेवरमैन? जो हो सकती हैं ब्रिटेन की कैबिनेट में शामिल, जानिए क्या है भारत से नाता?