पाकिस्तान: मरियम नवाज को जेल में खिलाया 'चूहे' वाला खाना, जबरन दवा देने को लेकर कही ये बात
नई दिल्ली- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की वाइस प्रेसिडेंट मरियम नवाज ने जेल के दौरान उनके साथ हुए बर्ताव को लेकर बहुत बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें जेल में चूहे वाला दूषित खाना दिया जाता था और खराब हो चुकी दवाइयां लेने को भी मजबूर किया जाता था। लाहौर के पास जती उमरा में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने यह खुलासा किया है। गौरतलब है कि पहले मरियम यहां तक आरोप लगा चुकी हैं कि पाकिस्तान सरकार के कहने पर जेल में उनके वॉशरूम तक में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।
पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने पत्रकारों को बताया है कि 'जेल में मुझे जबरन फफूंद लगी दवाइयां खाने को मजबूर किया जाता था।' उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें जो दवाई दी जाती थी वो, 'बिल्कुल ही इस्तेमाल के लायक नहीं होती थीं।' इससे पहले पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो टीवी ने मरियम नवाज के हवाले से दावा किया था कि जेल में उनके सेल के अंदर सीसीटीवी कैमरे फिट किए गए थे। मरियम नवाज को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कोट लखपत जेल में रखा गया था। उन्हें पिछले साल नवंबर में जेल से रिहा किया गया। उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में पाकिस्तान के नेशनल एकाउंटिबिलिटी ब्यूरो ने सात साल जेल की सजा सुनाई है, जिस मामले में वह एक साल से ज्यादा वक्त तक सलाखों के पीछे थीं।
वैसे इमरान खान के सलाहकार मिर्जा शहजाद अकबर ने मरियम नमाज के चूहे वाला खाना और खराब दवा खिलाने के आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने दावा किया है कि रिकॉर्ड से तो पता चलता है कि मरियम नमाज तो एक दिन भी जेल का खाना ही नहीं खाया था। अकबर का कहना है कि जब वह जेल में थीं तो उन्हें घर का बना खाना दिया जाता था।
पिछले कुछ हफ्तों से मरियम नवाज 11 विपक्षी पार्टियों वाले गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की अगुवा नेताओं में शामिल हैं। इस गठबंधन में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चीफ बिलाबल भुट्टो और जमियत-उलेमा-ए-इस्लाम के नेता फजलुर रहमान भी शामिल हैं, जिनका मकसद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को वहां की सत्ता से बाहर करना है। इस गठबंधन ने पाकिस्तान के गुजरांवाला और कराची शहरों में जो जनसभाएं की हैं, उसमें बड़ी तादाद में पाकिस्तानी जनता जुट चुकी है और इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान के लोगों में इमरान सरकार के खिलाफ नफरत बढ़ती जा रही है।