पुलवामा के 'मास्टरमाइंड' को शहबाज ने बनाया नया आर्मी चीफ, भारत के साथ अब शांति या बढ़ेगा तनाव?
लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ होंगे। वे ISI के चीफ रह चुके हैं। अब वो जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह लेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल आसीम मुनीर पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ होने जा रहे हैं। आसीम अगले चीफ आर्मी स्टाफ बनने की दौड़ में सबसे सीनियर बताए जा रहे थे। इस पद पर वे जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह लेंगे। जनरल बाजवा 29 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, वहीं आसीम मुनीर का लेफ्टिनेंट जनरल पद का कार्यकाल 27 नवंबर को खत्म हो रहा था। आसीम 2018-2019 में 8 महीनों के लिए ISI चीफ रह चुके हैं। ये वहीं दौर था जब पुलवामा में आत्मघाती आतंकी हमला हुआ था जिसमें 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी हमले की जिम्मेदारी
पाकिस्तान समर्थक आतंकी ग्रुप जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी। तब ऐसी रिपोर्ट भी आई थी कि ISI ने जैश-ए-मोहम्मद के जरिए घाटी में हमले की योजना बनाई और इसे अंजाम तक पहुंचाया। पुलवामा हमले की छानबीन से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि ISI फरवरी के पहले हफ्ते में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के एक साल पूरा होने पर हमला करवाना चाहता था। हालांकि, बेहतर तैयारी की खातिर इसे टाल दिया गया था।
ISI चीफ आसिफ मुनीर की भी थी भूमिका!
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक पुलवामा हमला एक सुनियोजित हमला था, जिसे सिर्फ सावधानीपूर्वक योजना और ट्रेनिंग के जरिए ही अंजाम दिया जा सकता था। ऐसे में यह भी दावा किया गया था कि इस हमले में नए ISI चीफ की भूमिका भी थी। जाहिर है कि पुलवामा हमले के जरिए मुनीर ने खुद को साबित करना चाहा। आसिफ मुनीर ISI चीफ बनने से पहले नॉर्दन एरिया के कमांडर और मिलिट्री इंटेलिजेंस के डायरेक्टर जनरल थे। ऐसे में आसिफ मुनीर कश्मीर से अच्छी तरह वाकिफ थे। इसलिए वह आसानी से इस हमले की योजना बना सके।
इमरान खान ने आसिम मुनीर को हटाया
हालांकि आसिम मुनीर ISI चीफ के पद पर अधिक समय तक कायम नहीं रह सके। जनरल मुनीर ने पूर्व पीएम इमरान खान के आसपास मौजूद भ्रष्टाचार के बारे में खुलासा किया था। जनरल मुनीर ने इमरान को कहा था कि पंजाब में जो हालात हैं उनकी वजह से सेना का नाम खराब हो रहा है क्योंकि सेना इमरान के साथ है। इसलिए पंजाब में सत्ता परिवर्तन जरूरी है। मुनीर की बात इमरान को पसंद नहीं आई और उन्होंने जनरल बाजवा से कह कर आसीम मुनीर को पद से हटवा दिया। ऐसा भी कहा जाता है कि आसीम मुनीर ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के समय में पीएम हाउस की जासूसी की थी।
भारत विरोधी हैं आसीम मुनीर, रिश्ते सुधरने की उम्मीद कम
ऐसा कहा जा रहा है कि आसीम मुनीर को पाकिस्तान का आर्मी चीफ बनने से भारत संग संबंध बेहतर होने की कोई उम्मीद नहीं है। जनरल बाजवा के दौर में पाकिस्तान-भारत संबंध अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहे। जनरल बाजवा खुद भारत के साथ शांति के हिमायती थे। अमेरिकी दौरे पर उन्होंने कहा भी था कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर रिश्ते चाहते हैं। वे चाहते थे कि ये रिश्ते इतने अच्छे हों कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों के नागरिकों को ऑन अराइवल वीजा की सुविधा मिल सके। जनरल बाजवा के दौर में ही असल सीजफायर दिखा और गोलियों की आवाजें कम से कम होती चली गईं। जनरल बाजवा भारत के साथ व्यापार चाहते थे। लेकिन, जनरल मुनीर का इतिहास बताता है कि उनका रवैया भारत संग शायद ही बेहतर हो।