नॉर्थ कोरिया ने अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पियो से मुलाकात को बताया 'खेदजनक'
प्योंगयांग। पिछले महीने सिंगापुर में नॉर्थ कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद दुनिया को लगा था कि पूर्वी चीन सागर में शांति स्थापित होगी। लेकिन इन अटकलों को शनिवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब नॉर्थ कोरिया ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो के साथ हुई मुलाकात के बाद बयान में कहा कि, मुलाकात खेदजनक रही।
नॉर्थ कोरिया की ओर से जारी बयान में कहा गया कि परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए 'एक तरफा' और 'डाकू की तरह' मांग कर अमेरिका ने पिछले महीने ट्रंप और किम जोंग-उन के बीच हुई बैठक के बाद बने माहौल के साथ धोखा किया। उस बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए की गई बैठक के परिमाण काफी खेदजनक है। पॉम्पियो के इस तरह के बयान निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया पर विपरीत असर पड़ेगा।।
नॉर्थ कोरिया ने शनिवार को कहा है कि पॉम्पियो से हुई उच्च स्तरीय वार्ता को निराशाजनक बताया है। नॉर्थ कोरिया ने आरोप लगाया कि अमेरिका परमाणु हथियार खत्म करने के लिए उसपर एकतरफा दबाव डाल रहा है। वहीं प्योंगयांग से जाने से पहले पॉम्पियो ने पत्रकारों को बताया था कि नॉर्थ कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी किम योंग चोल के साथ उनकी बातचीत काफी प्रॉडक्टिव रही। पॉम्पियो ने दावा किया कि यह बातचीत भरोसेमंद माहौल में हुई और कुछ क्षेत्रों में काफी प्रगति हुई।
पॉम्पियो ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण के समझौते के मापदंडों पर स्पष्टता की जरूरत है। इस दौरे पर पॉम्पियो की मुलाकात नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग-उन से नहीं हुई।