यूक्रेन में विध्वंसक तोपों की सप्लाई करेगा अमेरिका, बाइडेन प्रशासन पर भड़की किम जोंग उन की बहन
किम जोंग उन की बहन ने यूक्रेन युद्ध में रूस का साथ देने का ऐलान कर दिया है और कहा है, कि उत्तर कोरिया के लोग रूस के साथ खड़े हैं।
Kim Jong Un News: अमेरिका के यूक्रेन में अपने विध्वंसक टैंक भेजने के फैसले को लेकर उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन की बहन ने बाइडेन प्रशासन को जमकर फटकार लगाई है। किम जोंग उन की प्रभावशाली बहन ने रूसी सेना के खिलाफ लड़ने के लिए अपने टैंक भेजने के फैसले को अमेरिका का 'रेड लाइन' पार करने वाला कदम करार दिया है। किम जोंग उन की बहन ने कहा है, कि "रूस को बर्बाद करने की नियत से अमेरिका छद्म युद्ध बढ़ाने के लिए यूक्रेन में अपने टैंक भेज रहा है।"
अमेरिका पर भड़की किम जोंग की बहन
किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग की शुक्रवार की टिप्पणियों ने यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस के साथ उत्तर कोरिया के बनते गहरे रिश्ते को दर्शाता है, जबकि यह अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगियों को अपने स्वयं के बढ़ते परमाणु हथियारों और मिसाइल कार्यक्रमों के बारे में भी बताता है। किम यो जोंग ने महीनों बाद जारी अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में कहा है, कि "मैं यूक्रेन को जमीनी हमले के लिए सैन्य हार्डवेयर प्रदान करने के और युद्ध की स्थिति को बढ़ाने पर गंभीर चिंता व्यक्त करती हूं।" कोरिया की वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति के उप-विभाग निदेशक किम यो जोंग ने कहा, कि "अमेरिका कट्टर अपराधी है, जो रूस की सामरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा और चुनौती पेश करता है और क्षेत्रीय स्थिति को वर्तमान में गंभीर संकट में धकेलता है।"
रूस के साथ खड़ा हो गया उत्तर कोरिया
किम जोंग उन की बहन ने कहा, कि "मुझे कोई संदेह नहीं है, कि वीर रूसी सेना और लोगों की अदम्य लड़ाई की भावना और ताकत के सामने अमेरिका और पश्चिम के किसी भी सैन्य हार्डवेयर के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे।" इसके साथ ही उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में रूस के साथ खड़ा होने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा, कि उत्तर कोरिया रूस के साथ खड़ा है। किम जोंग उन की बहन की टिप्पणी उस वक्त आई है, जब अमेरिका ने यूक्रेन को 31M-1 अबराम टैंक्स भेजने का फैसला किया है। इसके साथ ही जर्मनी ने भी अपने 6 लेपर्ड-2 टैंक भेजने की घोषणा की है।
अमेरिका पर उत्तर कोरिया का निशाना
उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में संकट के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया है, और जोर देकर कहा है, कि पश्चिम की "आधिपत्य नीति" ने रूस को अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए सैन्य कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया है। आपको बता दें, कि उत्तर कोरिया, रूस और सीरिया के अलावा एकमात्र देश है जिसने डोनेट्स्क और लुहांस्क की स्वतंत्रता को मान्यता दी है, पूर्वी यूक्रेन में दो रूसी समर्थित अलगाववादी क्षेत्र हैं, और पुनर्निर्माण के प्रयासों में मदद करने के लिए, वहां श्रमिकों को भेजने की योजना का भी संकेत दिया है। वहीं, अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर यूक्रेन में अपने आक्रमण का समर्थन करने के लिए रूस को तोप के गोले और अन्य गोला-बारूद की बड़ी खेप भेजने का आरोप लगाया है, हालांकि उत्तर कोरिया ने बार-बार इस दावे का खंडन किया है।