नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में बिखराव से चीन बैचेन, सुलह कराने को अपना खास नेता भेज रहा है नेपाल
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में बिखराव से चीन बैचेन, सुलह कराने के लिए सीनियर नेता को भेज रहा है नेपाल
नई दिल्ली। नेपाल में एक राजनीतिक संकट इन दिनों देखने को मिल रहा है। सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में बिखराव देखने को मिल रहा है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (NCP) में उठापटक से चीन परेशान दिख रहा है। चीन की तरफ से लगातार इस तनाव को रोकने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में चीन की राजदूत ने नेपाल की राष्ट्रपति से मुलाकात की थी। अब एक विशेष टीम चीन से नेपाल आ रही है।
चीन की सत्ताधारी पार्टी के वाइस मिनिस्टर चार लोगों की टीम के साथ रविवार को काठमांडू पहुंच रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) की सेंट्रल कमिटी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के उपमंत्री गियो येछाउ के नेतृत्व चार मेंबर की ये टीम रविवार को काठमांडू पहुंचेगी और चार दिनों तक यहां रहकर नेताओं से मिलेगी। ये प्रतिनिधिमंडल नेपाल के किन नेताओं से मिलने वाला है, ये स्पष्ट नहीं है। नेपाल के पीएम ओली चीनी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेंगे या नहीं इस पर भी असमंजस है। माना जा रहा है कि अपनी चीनी मंत्री नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के दोनों धड़ों के नेताओं (पीएम केपी ओली और पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' धड़ा) से मुलाकात कर पार्टी को टूटने से रोकने की कोशिश करेंगे।
इससे पहले नेपाल में चीनी राजदूत ने भी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी को टूट से बचाने के लिए कोशिश की थी। उन्होंने नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी, प्रचंड, माधव कुमार नेपाल और झाला नाथ खनल के साथ मुलाकात की थी लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
बता दें कि बीते हफ्ते नेपाल के पीएम केपी ओली ने संसद को भंग कर दिया था। प्रचंड के साथ वह लंबे समय से सत्ता संघर्ष में थे। इसके बाद ओली ने टीवी पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी में मौजूद उनके विरोधी उन्हें काम नहीं करने दे रहे थे। माना जा रहा है कि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी दोफाड़ हो चुकी है।
बता दें कि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी का गठन करीब तीन साल पहले हुआ था। केपी शर्मा ओली की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल और पुष्प कमल दहल की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-माओइस्ट सेंटर का विलय कर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल का गठन किया गया था। बीते कुछ समय से प्रचंड और ओली के बीच सत्ता संघर्ष देखने को मिल रहा है।
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