किंग चार्ल्स पर वामपंथी छात्र ने फेंका अंडा, कहा- गुलामों के खून से बना है UK, करोड़ों को बनाया गुलाम
ब्रिटेन के यॉर्कशायर इलाके में किंग चार्ल्स तृतीय को विरोध का सामना करना पड़ा। एक प्रदर्शनकारी ने किंग चार्ल्स के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाते हुए अंडे फेंके।
ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय को यॉर्कशायर क्षेत्र में बुधवार को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। एक छात्र ने किंग चार्ल्स और क्वीन कंसोर्ट कैमिला पर आपत्तिजनक नारे लगाते हुए एक के बाद एक तीन अंडे फेंके। किंग पर अंडे फेंके जाने की घटना के बाद वहां पर मौजूद लोग हक्के-बक्के रह गए। किंग और क्वीन कंसोर्ट कैमिला एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दो दिवसीय दौरे पर उत्तरी इंग्लैंड के यॉर्कशायर पहुंचे थे।
Recommended Video
Image- PTI
पुलिस ने छात्र को किया गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने 23 वर्षीय आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। एक पुलिस ऑफिसर ने कहा- किंग और क्वीन मिकलेगेट बार पर लोगों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान लोग किंग के स्वागत में 'गॉड सेव द किंग' गा रहे थे तभी नारेबाजी करते हुए एक छात्र ने उन पर अंडे फेंके। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्र शाही परिवार के खिलाफ नारे लगा रहा था।
छात्र ने कहा, जस्टिस के लिए फेंका किंग पर अंडा
छात्र ने नारे लगाते हुए कहा कि ब्रिटेन गुलामों के खून से बना हुआ है और अंग्रेजों ने साढ़े तीन करोड़ लोगों को गुलाम बना कर रखा हुआ है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद शख्स ने कहा- मैं गुलामी, उपनिवेशवाद (Colonialism) और साम्राज्यवाद (Imperialism) के पीड़ितों के साथ हूं। किंग पर ये अंडे न्याय के लिए फेंके गए हैं। यह न्याय उन लोगों के लिए है जिन्होंने उस आदमी को किंग बनाने में अपनी जान गवांई है। ये ऐसा न्याय है जिसे लोग साफ तौर पर देख सकते हैं।
वामपंथी विचारधारा से जुड़ा है छात्र
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, अंडे फेंकने वाले शख्स का नाम पैट्रिक थेलवेल है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसकी प्रोफाइल के मुताबिक, वो वामपंथी विचारधारा से जुड़ा एक्टिविस्ट है। इसके अलावा वह स्थानीय चुनावों ग्रीन पार्टी का उम्मीदवार भी रह चुका है। पैट्रिक यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क गार्डनिंग सोसाइटी का प्रेसिडेंट भी रह चुका है। वो एक ब्लॉग पर क्लाइमेट चेंज के बारे में लिखता रहता है। ब्रिटेन और ब्रिटिश शाही परिवार की भूमिका उन देशों में बार-बार जांच के दायरे में आई है जहां ब्रिटिश सम्राट अभी भी राज्य का मुखिया है। राजा बनने के बाद भी चार्ल्स तृतीय को कई मौकों पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
क्वीन एलिजाबेथ पर भी फेंका गया था अंडा
किंग चार्ल्स तृतीय से पहले भी शाही परिवार के सदस्य पर अंडे फेंके जाने घटना घटित हो चुकी है। साल 1986 में न्यूजीलैंड दौरे पर महारानी एलिजाबेथ पर भी एक महिला ने अंडा फेंका था। क्वीन एलिजाबेथ अपने पति प्रिंस फिलिप के साथ खुली कार में लोगों के बीच से गुजर रही थी, तभी दो माओरी जनजाति की महिलाओं ने महारानी पर अंडा फेंक दिया। वह ब्रिटेन संग न्यूजीलैंड की संधि का विरोध कर रही थी। पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था।
2001 में लड़की ने किंग चार्ल्स को मारा था थप्पड़
वहीं साल 2001 में प्रिंस चार्ल्स लातविया के दौरे पर गए थे, जहां उन्हें एक 16 साल की लड़की अलीना लेबेदिवेर ने थप्पड़ मार दिया था। लड़की के हाथ में फूल था जिससे उसने प्रिंस चार्ल्स को मारा था। लड़की ने ब्रिटिश साम्राज्य को दुनिया का दुश्मन तक बता दिया था। लड़की ने बताया था कि उसे अफगानिस्तान में हो रही जंग के विरोध में प्रिंस चार्ल्स को थप्पड़ मारा था। अलीना को 15 साल की जेल हुई थी लेकिन प्रिंस चार्ल्स के हस्तक्षेप के बाद लड़की की सजा कम कर दी गई।