पीएम मोदी से जो बाइडेन की बात के बाद अमेरिका से मदद मिलना शुरू, भारत में बनेगा वैक्सीन सप्लाई चेन
जो बाइडेन और नरेन्द्र मोदी के बीच टेलीफोन पर कोरोना संक्रमण को लेकर लंबी बातचीत हुई है। जिसमें अमेरिका ने कोविड 10 को लेकर भारत को पूरी मदद देने की बात कही है।
वॉशिंगटन/नई दिल्ली, अप्रैल 27: कोरोना वायरस से बुरी तरफ प्रभावित भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मदद मिलनी शुरू हो गई है। ब्रिटेन, फ्रांस, सऊदी अरब और यूएई समेत कई देश भारत की मदद कर रहे हैं और इमरजेंसी मेडिकल सामान भेज रहे हैं। इसीबीच भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच फोन पर बातचीत हुई है। जिसमें अमेरिका राष्ट्रपति ने कोविड 19 से बुरी तरह जूझते भारत को पूरी तरह साथ देने की बात कही है। पीएम मोदी से बातचीत के दौरान जो बाइडेन ने कहा है कि संकट के समय अमेरिका पूरी तरह से भारत के साथ खड़ा है और भारत को जो भी मदद चाहिए वो देने के लिए अमेरिका तैयार है, इसके साथ ही जो बाइडेन ने पीड़ितों को लेकर संवेदना जताई है।
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पीएम मोदी-जो बाइडेन की बातचीत
पीएम मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन की टेलीफोन पर उस वक्त बात हुई है, जब भारतीय एनएसए अजीत डोवाल और अमेरिका के राष्ट्रपति जैक सुलिवन के बीच फोन पर बात हुई थी और अमेरिका तमाम इमरजेंसी मेडिकल सामान भेजने के अलावा वैक्सीन का रॉ मैटेरियल भेजने के लिए भी तैयार हो गया था। बकायदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट पर भारत को वैक्सीन बनाने का सामान देने की बात कही थी। वहीं, जो बाइडेन ने से बात के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्ववीट कर कहा है कि 'आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से बातचीत हुई है। हमने दोनों देशों में लगातार पांव फैलाते कोविड-19 सिचुएशन को लेकर बात की। मैं राष्ट्रपति बाइडेन को अमेरिका द्वारा मिलने वाली मेडिकल मदद के लिए धन्यवाद कहा है'। पीएम मोदी ने आगे कहा कि 'हमने आसान वैक्सीन सप्लाई चेन बनाने के लिए बात की है साथ ही कोविड 19 दवाईयों के लिए बात की है'। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका इस वैश्विक महामारी के खिलाफ साथ काम कर रहे हैं।
कंधे से कंधा मिलाकर काम
वहीं, दोनों नेताओं की बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए इस बातचीत का विस्तृत ब्योरा दिया है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान के मुताबिक 'दोनों देश कोरोना वायरस के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर लगातार काम करेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों की जिंदगी बचाई जा सके। दोनों देशों ने हेल्थ फैसिलिटी बढ़ाने का फैसला लिया है, ताकि दोनों देशों के नागरिकों जान बचाई जा सके।' व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि 'जो बाइडेन और नरेन्द्र मोदी ने इस वैश्विक महामारी के खिलाफ साथ मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत को पूरी मदद देने के साथ ही भारत के साथ डटकर खड़ा होने की बात कही है'। व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि 'अमेरिका ने भारत को मेडिकल सामान, इमरजेंसी मेडिकल मदद, ऑक्सीजन संबंधी सप्लाई, वैक्सीन रॉ मैटेरियल देने का फैसला किया है, जिसको लेलकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो बाइडेन को शुक्रिया कहा है'।
वायरस से बेहाल इंडिया
कोरोना वायरस के सकेंड वेभ ने भारत की स्थिति का काफी ज्यादा खराब कर दिया है। भारत में पिछले 4 दिनों से लगातार 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। सोमवार को भारत में साढ़े तीन लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं और सबसे खराब स्थिति ऑक्सीजन और वेंटिलेटर्स को लेकर है। भारत के दर्जनों अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है और ऑक्सीजन की कमी की वजह से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद भारतीय एनएसए अजीत डोवाल और अमेरिकी एनएसए जैक सुलिवन ने 45 मिनट तक फोन पर बात की। अमेरिका के एनएसए जैक सुलिवन ने अजीत डोवाल के सामने भारत की स्थिति को लेकर अपनी संवेदना प्रकट की। अमेरिका द्वारा दिए गये बयान के मुताबिक अमेरिकी एनएसए ने भारतीय एनएसए से कहा कि 'जैक सुलिवन ने भारत की स्थिति पर अपनी संवेदना प्रकट की है और अमेरिका भारत की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। अमेरिका की संवेदना भारत के लोगों के साथ है, जो इस वक्त जानलेवा कोविड महामारी से जूझ रही है। अमेरिका ने भारत को मेडिकल सामानों की फौरन आपूर्ति करने का फैसला किया है। भारत और अमेरिका एक साथ वैश्विक कोरोना महामारी से मिलकर मुकाबला करेंगे। जिस तरह से कोरोना वायरस के पहले लहर के दौरान भारत ने अमेरिका की मदद की थी, ठीक उसी तरह अमेरिका भी इस वक्त भारत की मदद करेगा'
अजीत डोवाल ने क्या कहा कि फौरन वैक्सीन बनाने का कच्चा माल देने को तैयार हो गया अमेरिका?