दुनिया में भारत के तटस्थ रुख का बज रहा डंका, विदेश मंत्री एस जयशंकर की रूसी समकक्ष ने ऐसे की प्रशंसा
नई दिल्ली, 19 मार्च। रूस यूक्रेन के बीच संघर्ष (Russia Ukraine Conflict) समेत तमाम वैश्विक मुद्दों पर भारत के तटस्थ रुक की कई देश प्रशंसा कर चुके हैं। विदेश मंत्री जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने रूस के साथ संबंधों को लेकर सूझबूझ का परिचय दिया है। इससे पहले कई वैश्विक उथल पुथल के बीच भारत के रुख की प्रशंसा कर चुके हैं। अब रूसी समकक्ष ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को लेकर बड़ी बात कही है।
भारतीय विदेश मंत्री असली देशभक्त: रूस
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Viktorovich Lavrov) ने भारत की विदेश नीति की जमकर तारीफ की। उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) को असली देशभक्त बताया। सर्गेई ने आगे कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच मास्को से आयात में कटौती के बढ़ते दबाव को लेकर भारत ने अपनी विदेश नीत तय करने की बात कही है। रूसी विदेश मंत्री ने ये बातें एक इंटरव्यू में कहीं है।
रूस को पश्चिमी सहयोग पर भरोसा नहीं
रूसी विदेश मंत्री ने एस जयशंकर को अनुभवी राजनयिक हैं, क्योंकि उन्होंने यह बात कही है कि हम अपने देश के लिए निर्णय इस आधार पर लेंगे कि भारत को अपनी जरूरतों के लिए क्या चाहिए। सर्गेई ने कहा कि बहुत सारे देश हैं जो ऐसी बातें नहीं करते। रूस के विदेश मंत्री ने कहा रूस को किसी भी आयात के संबंध में पश्चिमी देशों से अपेक्षा नहीं है। रूस रक्षा,खाद्य सुरक्षा या फिर रणनीतिक क्षेत्रों के लिए किसी भी पश्चिमी सहयोगी देश परभरोसा नहीं कर सकता।
भारत
रूस
का
बहुत
पुराना
दोस्त
रूसी
विदेश
मंत्री
ने
आगे
कहा
कि
भारत
हमारा
बहुत
पुराना
दोस्त
है।
रूस
भारत
को
रक्षा
क्षेत्र
में
जो
भी
आवश्यता
होगी
सहायता
प्रदान
करता
रहेगा।
सर्गेई
ने
कहा
कि
पहले
हम
भारत
के
साथ
संबंधों
को'
रणनीतिक
साझेदारी'
समझ
रहे
थे
लेकिन
करीब
20
साल
पहले
भारत
ने
एक
कदम
आगे
बढ़ाते
हुए
इसे
'विशेषाधिकार
प्राप्त
रणनीतिक
साझेदारी'
कहने
की
बात
कही।
सर्गेई
ने
भारत
रुस
संबंधों
को
अनोखा
द्विपक्षीय
संबंध
बताया।