अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला: भारत को करारा झटका, इटली की कोर्ट ने दो अधिकारियों को किया बरी
मिलान। वीवीआईपी हेलिकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले मामले में भारत को सोमवार को झटका लगा है। रक्षा और विमानन कंपनी फिनमेकानिका (अब लियोनार्डो) के पूर्व रक्षा और एरोस्पेस अध्यक्ष गियूसेपे ओरसी और कंपनी के हेलिकॉप्टर विंग अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ स्पेगनोलिनी को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया है। सौदा फंसने के वक्त ओरसी अगस्ता वेस्टलैंड का नेतृत्व कर रहे थे और उनपर घूस देने में संलिप्तता का संदेह था। फर्जी बही-खाते और भ्रष्टाचार के लिए उन्हें साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई थी।
वहीं इस मामले में सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि फिनमेकानिका और अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व शीर्ष अधिकारियों गियूसेपे ओरसी और ब्रूनो स्पेगनोलिनी को बरी किये जाने से इस मामले पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उसका मामला मजबूत साक्ष्यों के साथ स्वतंत्र जांच पर आधारित है। सोमवार को आए फैसले में इस केस में आरोपी रहे मिशेल और हश्के समेत तीनों बिचौलियों को भी बरी कर दिया गया है
यूपीए सरकार के दौरान फरवरी 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड के साथ 12 हेलिकॉप्टरों की खरीदी के लिए डील साइन हुई थी। ये हेलिकॉप्टर भारतीय एयरफोर्स के लिए खरीदे जाने थे जिनका इस्तेमाल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी की उड़ान के लिए किया जाना था। भारत औऱ इस कंपनी के बीच ये डील 3600 करोड़ में तय हुई थी। लेकिन 2014 में निविदा की शर्तों के उल्लंघन और सौदा सुनिश्चित करने के लिए कंपनी की ओर से घूस देने के आरोपों पर यह अनुबंध रद्द किया गया था।
सीबीआई इस डील के सिलसिले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी समेत कई आरोपियों के खिलाफ जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इसी केस के एक आरोपी और भारत की वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी मिलान कोर्ट के इस फैसले का इस्तेमाल अपने हक में कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो भाजपा एक बार फिर से कांग्रेस के निशाने पर आ जाएगी।