अमेरिका भारत को भेजेगा 6 करोड़ वैक्सीन, पीएम मोदी से बात के बाद जो बाइडेन का फैसला!
कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए अमेरिका 6 करोड़ वैक्सीन का डोज भारत को सप्लाई कर सकता है।
नई दिल्ली/वॉशिंगटन, अप्रैल 28: कोरोना वायरस के दूसरे लहर से जूझते भारत की मदद करने के लिए अमेरिका भारत को 6 करोड़ वैक्सीन की खुराक भेज सकता है। सूत्रों के मुताबिक अमेरिका विश्व के अलग अलग देशों को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की सप्लाई करने वाला है, जिसका एक बड़ा हिस्सा फिलहाल अमेरिका भारत को दे सकता है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दो भारतीय अधिकारियों ने बताया है कि भारत में जानलेवा बन चुके कोरोना के दूसरे लहर को कम करने के लिए अमेरिका से भारत बड़ी मदद की उम्मीद कर रहा है और उम्मीद है कि अमेरिका 6 करोड़ वैक्सीन का डोज भारत को भेज सकता है, ताकि भारत में बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाया जा सके।
6 करोड़ वैक्सीन डोज देगा अमेरिका!
मंगलवार को व्हाइट हाउस ने कहा है कि 10 मिलियन यानि एक करोड़ वैक्सीन डोज आने वाले हफ्तों में अमेरिका सप्लाई करने वाला है और माना जा रहा है कि इसका एक बड़ा हिस्सा भारत को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक कुल मिलाकर भारत अमेरिका से 6 करोड़ वैक्सीन की खुराक लेगा। वहीं, पहला खेप कुछ दिनों में भारत आ सकता है तो बाकी के खेप की सप्लाई जून में की जा सकती है। एक उच्च भारतीय अधिकारी, जो भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी हैं, उन्होंने रॉयटर्स को बताया है कि 'कोरोना वायरस से बिगड़े देश के हालात को देखते हुए भारत सरकार की डिप्लोमेसी, डब्ल्यूएचओ की अपील के बाद अमेरिका के रूख में परिवर्तन आया है और अमेरिका ने पूरी तरह से भारत की मदद करने का फैसला किया है।' भारतीय अधिकारी ने कहा है कि 'अमेरिका से वैक्सीन की कितनी डोज मिलेगी, इसकी निश्चित संख्या अभी नहीं कहा जा सकता है लेकिन इतना जरूर है कि भारत को एक बड़ा हिस्सा मिलने जा रहा है'।
35 प्रतिशत से ज्यादा डोज भारत को
भारत में कोरोना की स्थिति को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच बातचीत हुई है, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति ने भारत को हर संभव मदद देने की बात कही थी। अब पीएम मोदी के करीबी एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया है कि अमेरिका वैक्सीन की जितनी डोज की सप्लाई करने वाला है, उसका करीब 35 फीसदी हिस्सा भारत को मिलेगा। भारतीय अधिकारी ने कहा कि 'हमारे प्रधानमंत्री को अमेरिका के राष्ट्रपति ने यकीन दिलाया है कि भारत को सबसे पहले प्रॉयोरिटी दी जाएगी और भारत को कितना डोज मिलेगा, इसको लेकर अभी विचार किया जा रहा है।'
भारत भी करेगा मदद
भारत ने अमेरिका को कहा है कि वो सिर्फ एकतरफा मदद ही नहीं लेगा। बल्कि, जैसे ही भारत में कोरोना संक्रमण का ये लहर कम होगा, उसके बाद भारत फिर से विश्व समुदाय की मदद करना शुरू कर देगा। भारत ने अमेरिका से कहा है कि भारत पहले से ही विश्व के अलग अलग देशों में वैक्सीन सप्लाई करता रहा है और एक बार भारत की स्थिति कंट्रोल होने के बाद भारत विश्व के दूसरे देशों की मदद करना फिर शुरू कर देगा। हालांकि, दोनों भारतीय अधिकारियों ने इस वक्त अपने नाम का खुलासा करने से मना कर दिया है। अधिकारियों ने कहा कि जब तक अमेरिका आधिकारिक तौर पर वैक्सीन की संख्या का ऐलान ना कर दे, उनके नामों का खुलासा नहीं किया जाए। वहीं, प्रधानमंत्री ऑफिस और भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर फिलहाल कामेंट करने से इनकार कर दिया है।
भारतीय सूत्रों ने क्या कहा ?
प्रधानमंत्री मोदी के करीबी एक भारतीय अधिकारी ने कहा है कि भारत सरकार ने राज्यों को भी वैक्सीन खरीदने के लिए स्वतंत्र कर दिया है। यानि, अब भारत के जिन राज्यों के पास पैसा है, वो दूसरे देशों से वैक्सीन खरीद सकते हैं। भारतीय अधिकारी ने कहा है कि 'हम राज्यों से बात कर रहे हैं और कुछ राज्यों के पास पैसा है जिन्हें विदेशों से वैक्सीन खरीदने की इजाजत मिल गई है।' आपको बता दें कि भारत विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता देश है और भारत ने इस साल 6 करोड़ 60 लाख वैक्सीन की खुराक विश्व के 82 देशों को मुफ्त में दी है। लेकिन, भारत में अचानक कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ने की वजह से इस वक्त भारत ने वैक्सीन एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगा दी है।