चीन के जानी दुश्मन ने भारत भेजा खास संदेश, फिर हरे हो जाएंगे ड्रैगन के जख्म
नई दिल्ली। भारत के साथ सीमा विवाद को लेकर चल रहे टकराव बीच चीन को करारा कूटनीतिक झटका लगा है। खबर है कि उसके जानी दुश्मन वियतनाम ने भारत के साथ किए गए समझौते को दो साल के लिए बढ़ा दिया है।
खोज रहे हैं तेल
भारत और वियतनाम ने साउथ चाइना सी में तेल की खोज के लिए करार किया था। साउथ चाइना सी को लेकर वियतनाम समेत कई देशों का चीन से विवाद चल रहा है। ड्रैगन कई बार भारत को इस विवादित क्षेत्र से दूर रहने की धमकी दे चुका है। भारत और वियतनाम साउथ चाइना सी के ब्लॉक नंबर 128 में तेल की खोज कर रहे हैं।
चीन कर सकता है दावा
ताजा जानकारी के मुताबिक, समझौते को विस्तार देने के संबंध में वियतनाम ने ओएनजीसी विदेश के मैनेजिंग डायरेक्टर नरेंद्र वर्मा को पत्र भेज दिया है। भारत और वियतनाम जिस क्षेत्र में तेल की खोज कर रहे हैं वह काफी बड़ा है, इसमें समंदर का वो हिस्सा भी शामिल है, जिस पर चीन अपना दावा ठोकता है।
चीन पर नजर
भारत सरकार ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बढ़ती चीन की गतिविधियों का जवाब देने के लिए साउथ चाइना सी में एंट्री ली थी, जिसके बाद से चीन आगबबूला है। चीन की जलन उस वक्त और ज्यादा बढ़ गई थी, जब भारत ने मलक्का स्ट्रेट में उसकी गतिविधियों को मॉनीटर करने के लिए अपना युद्धपोत भेज दिया था। चीन मलक्का स्ट्रेट के रास्ते से ही गैस सप्लाई और अन्य ट्रेड करता है।
रणनीतिक महत्व ज्यादा
जानकार मानते हैं कि साउथ चाइना सी में गैस के बडे़ भंडार हो सकते हैं। चीन भी यहां पर खोज में लगा हुआ है, लेकिन जहां तक भारत के वियतनाम के साथ तेल की खोज में शामिल होने का प्रश्न है, तो इसका रणनीतिक महत्व ज्यादा है। इससे चीन पर एक अलग तरह दबाव बनेगा, उसे ठीक वैसा ही महसूस होगा, जैसा कि भारत को पीओके में चीन की सैन्य गतिविधियों को देखकर होता है।
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