'अमेरिका की बेटियों को देखो...', इमरान खान के कश्मीरी प्रतिनिधि ने अमेरिकी लड़कियों का किया अपमान
इमरान खान के यूएन प्रतिनिधि ने अमेरिका में अमेरिकी लड़कियों को लेकर विवादित टिप्पणी की है, जिसके बाद पाकिस्तान की पूरी दुनिया में आलोचना की जा रही है।
वॉशिंगटन, सितंबर 24: अमेरिका के पैसों पर पलने वाला पाकिस्तान लगता है अपनी शर्म, हया और गैरत पूरी तरह से बेच चुका है। बात-बात पर अमेरिका के सामने कटोरा फैलाने वाला पाकिस्तान भूल जाता है कि वो उस देश के बारे में बात कर रहा है, जो टेक्नोलॉजी की दुनिया में बादशाह है, जबकि खुद पाकिस्तान जाहिलों का देश है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपने एक नेता को यूनाइटेड नेशंस में पाकिस्तान का प्रतिनिधि बनाकर भेजा, लेकिन अमेरिका पहुंचने के बाद इमरान खान का प्रतिनिधि अमेरिकी लड़कियों का वीडियो बनाने लगा और उन्हीं का अपमान करने लगा।
अमेरिकी लड़कियों का अपमान
पाकिस्तान अब तक करीब 22 अरब डॉलर की 'भीख' अमेरिका से ले चुका है, लेकिन यही पाकिस्तानी नेता जब अमेरिका जाते हैं, तो वहां की सभ्यता, वहां की संस्कृति पर फब्तियां कसने लगते हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए कश्मीर पर संसदीय समिति के अध्यक्ष शहरयार खान अफरीदी को संयुक्त राज्य अमेरिका भेजा है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में जो हो रहा है, उसके बारे में 'जागरूकता बढ़ाने' के लिए उन्हें यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली में भेजा गया है। लेकिन इमरान खान का 'कश्मीरी दूत' पहले ही सोशल मीडिया पर एक व्लॉग के लिए वायरल हो गया है जिसे उन्होंने मैनहट्टन की गली से शूट किया था।
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लड़कियों पर कट्टरपंथी सोच
इमरान खान के ये प्रतिनिधि अमेरिका जाकर अमेरिकियों का फूफा बनने की कोशिश करने लगा। जिस पाकिसतान की औकात दो कौड़ी की नहीं है, वो अमेरिका की सड़कों पर लड़कियों की ड्रेस पर कॉमेंट करने लगा। सड़क पर घूम रही लड़कियों के वीडियो की शूटिंग करते हुए इमरान खान के प्रतिनिधि अफरीदी ने कहा कि ''पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति इन देशों की तुलना में कहीं बेहतर है जो दुनिया को उपदेश देते हैं।'' अफरीदी के साथ कुछ और लोग भी टहल रहे होते हैं और एक शख्स वीडियो बना रहा होता है और कैमरे को देखकर इमरान खान का ये दूत लड़कियों के ड्रेस पर सवाल उठा रहा होता है। अफरीदी टहलते हुए कहते हैं, "जो भी जातीयता है, बलूच, सिंधी, पंजाबी, पश्तून, कश्मीरी-- हम महिलाओं को सम्मान देते हैं। यहां देखें, ये अमेरिका की बेटियां हैं। मूल्यों को पहचानें। जो हमारे पास है। यह कोई राजनीतिक नारा नहीं है। यह वास्तविकता है। जो हमें व्याख्यान देते हैं, उनकी हालत देखें, जो हमें बताते हैं कि 'मैं राजा हूं'"।
काफी वायरल हो है वीडियो
इमरान खान के दूत शहरयार खान का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और लोग इमरान खान, पाकिस्तान और पाकिस्तानी नेता के कट्टरपंथी सोच की काफी आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर उन्हें अमेरिका से इतनी ही दिक्कत है, तो पाकिस्तानियों को कौन कह रहा है कि वो अमेरिका आएं, अमेरिका में जमीन खरीदें, अमेरिका में बसने की सोचें। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि अगर पाकिस्तानी अमेरिकी लड़कियों के इस लिबास को नहीं बर्दाश्त कर सकते हैं, तो उन्हें अमेरिका छोड़कर वापस पाकिस्तान चले जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें अमेरिकी सभ्यता और अमेरिकी संस्कृति पर सवाल उठाने और अमेरिकी लड़कियों का अपमान करने का हक किसी ने नहीं दिया है।
पिछले हफ्ते का है वीडियो
रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान के दूत का ये वीडियो पिछले हफ्ते का है और अब अमेरिकी सोशल मीडिया यूजर्स पूछ रहे हैं कि इमरान खान को बताना चाहिए कि पाकिस्तान की महिलाओं की क्या स्थिति है और पाकिस्तान में महिलाएं किस स्थिति में रह रही हैं। अफरीदी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, "एक बार फिर पीएम इमरान खान कश्मीर के राजदूत के रूप में यूएनजीए को संबोधित करने जा रहे हैं। दुनिया को फासीवादी भारतीय शासन की बर्बरता की कहानी सुननी होगी।"
'अमेरिका में उतारी गई पैंट'
वहीं, पाकिस्तान के कई कुछ पत्रकारों ने दावा किया है कि अफरीदी को स्क्रीनिंग के लिए जेएफके हवाई अड्डे पर रोक दिया गया था। वहीं, कुछ पत्रकारों ने कहा कि अमेरिकी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी अधिकारियों ने अफरीदी का पैंट उतरवाकर जांच की थी, क्योंकि वो पाकिस्तान के रहने वाले हैं। जिसके बाद प्रतिक्रिया देते हुए वाशिंगटन में पाकिस्तान दूतावास ने कहा कि, यह एक नियमित स्क्रीनिंग थी क्योंकि अफरीदी पहली बार आए हैं, इसीलिए उनकी सख्त जांच की गई।