मैं ख़ाशोज्जी की हत्या के भयानक टेप को नहीं सुनूंगा: ट्रंप
हालांकि सीआईए के पास क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को ज़िम्मेदार ठहराने के लिए स्पष्ट सबूत नहीं हैं लेकिन ख़बरों के मुताबिक़ अधिकारियों का मानना है कि यह उनकी मंजूरी के बिना नहीं हो सकता था.
लेकिन शनिवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमरीकी सरकार अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है क्योंकि अभी कई सवालों का जवाब नहीं मिला है.
अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्हें सऊदी पत्रकार जमाल खाशोज्जी की हत्या की रिकॉर्डिंग की जानकारी दी गई है लेकिन वह उस रिकॉर्डिंग को ख़ुद नहीं सुनेंगे.
उन्होंने रविवार को फॉक्स न्यूज़ से बातचीत में कहा, "वह एक कष्टदायी टेप है, एक भयानक टेप है."
सीआईए ने कथित तौर पर सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को हत्या का आदेश देने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है लेकिन अभी तक व्हाइट हाउस ने आधिकारिक तौर पर ऐसा नहीं कहा है.
सऊदी अरब ने इस दावे को झूठा बताते हुए कहा है कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को हत्या की कोई जानकारी नहीं थी.
शादी संबंधी दस्तावेज़ प्राप्त करने के लिए ख़ाशोज्जी 2 अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास गए थे जहां उनकी हत्या कर दी गई थी. वे सऊदी सरकार के आलोचक माने जाने वाले पत्रकार थे.
अमरीकी संसद में भी राष्ट्रपति ट्रंप पर हत्या को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया के लिए दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन सऊदी अरब मध्य पूर्व में एक प्रमुख सहयोगी है और शायद इसलिए ट्रम्प उसके ख़िलाफ़ कोई कदम उठाने में झिझक रहे हों.
वह टेप क्यों नहीं सुनेंगे?
अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें टेप सुनने की ज़रूरत नहीं क्योंकि उनको इस टेप की पूरी जानकारी दे दी गई है.
उन्होंने फॉक्स चैनल से कहा, "मुझे बिना सुने ही टेप के बारे में सब कुछ पता है, यह बहुत हिंसक, क्रूर और भयानक था."
तुर्की ने कथित रूप से अमरीका और अन्य पश्चिमी सहयोगियों के साथ यह रिकॉर्डिंग साझा की है.
अपने साक्षात्कार में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मोहम्मद बिन सलमान ने उन्हें बताया था कि उन्हें हत्या की कोई जानकारी नहीं थी.
ट्रंप ने कहा कि हो सकता है कि किसी को पता नहीं चले कि हत्या के पीछे कौन था और हत्या के संदिग्धों पर लगाए गए अमरीकी प्रतिबंधों की ओर इशारा किया.
उन्होंने कहा, "लेकिन साथ ही हमारे सामने एक सहयोगी है और मैं सहयोगी के साथ रहना चाहता हूं जो कई तरह से बहुत अच्छा रहा है."
क्या सचमुच असद की हत्या कराना चाहते थे डोनल्ड ट्रंप?
ख़ाशोज्जी की हत्या के पीछे प्रिंस: मीडिया रिपोर्ट
अमरीका इस हत्या पर क्या कहता है?
हालांकि सीआईए के पास क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को ज़िम्मेदार ठहराने के लिए स्पष्ट सबूत नहीं हैं लेकिन ख़बरों के मुताबिक़ अधिकारियों का मानना है कि यह उनकी मंजूरी के बिना नहीं हो सकता था.
लेकिन शनिवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमरीकी सरकार अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है क्योंकि अभी कई सवालों का जवाब नहीं मिला है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने सीआईए से उसके निष्कर्षों पर बात की है. उनका 'फॉक्स' पर साक्षात्कार सीआईए के निष्कर्षों के आने से पहले रिकॉर्ड हुआ था और उन्होंने कहा था कि उनके प्रशासन का फैसला आने वाला है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "अगले दो दिनों में शायद सोमवार या मंगलवार को हमारे पास पूरी रिपोर्ट होगी."
ट्रम्प की सहयोगी रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि उन्हें क्राउन प्रिंस के इनकार पर विश्वास नहीं है.
उन्होंने एनबीसी से कहा, "यदि वह सऊदी अरब का चेहरा बनने जा रहे हैं तो मुझे लगता है कि उनके साम्राज्य को विश्व स्तर पर मुश्किल वक़्त देखना होगा."