गूगल ने अमेरिका समेत कई देशों के कैंपेनर्स और एक्टिविस्ट्स पर बढ़ाई निगरानी, ईरान पर कार्रवाई के बाद बड़ा कदम
सैन फ्रांसिस्को। टेक लीडर गूगल ने ईरान से जुड़े 39 यू-ट्यूब चैनल्स को ब्लॉक कर दिया है। एक अमेरिकी मैगजीन की मानें तो इस अकाउंट्स के जरिए गलत जानकारियां लोगों में फैलाई जा रही थी। गूगल से पहले सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक और माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर की ओर से यह कदम उठाया जा चुका है। गूगल की ओर से गुरुवार को कहा गया कि साइबर सुरक्षा कंपनी फायरआई की मदद से जांच में उसने पाय कि ये खाते इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े थे। इसके अलावा कंपनी कई देशों में मौजूद कैंपेनस और एक्टिविस्ट्स पर भी निगरानी बढ़ा दी है।
साल 2017 से चल रहा है कैंपेन
गूगल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ब्लॉक करने का फैसला जनवरी, 2017 चलाए जा रहे एक अभियान की वजह से लिया गया है। गूगल के उपाध्यक्ष केंट वॉकर ने बयान में कहा कि हमने आईआरआईबी संगठन से जुड़े कई खातों की पहचान कर उन्हें बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह खातों के जरिए भ्रम फैलाना हमारी नीतियों का उल्लंघन है। हम अपने नेटवर्क से इस तरह की सामग्री को तुरंत हटा देते हैं और ऐसे लोगों के खातों को बंद कर देते हैं। गूगल ने कहा कि उसने 39 यू ट्यूब चैनल ब्लॉक और संबंधित वीडियो ब्लॉक किए हैं। साथ ही उसने ब्लॉगरों के छह खातों को बंद किया और गूगल प्लस सोशल नेटवर्क पर 13 खाते ब्लॉक किए हैं। गूगल का यह ऐलान फेसबुक की ओर से उस कदम के बाद आया है जिसमें कंपनी की ओर से 600 खातों को डिलीट कर दिया गया था। ये अकाउंट्स ईरान और रूस से जुड़े थे और जिनके जरिए राजनीतिक भावना से प्रेरित कंटेंट को पोस्ट करके इन्फ्लुएंस कैंपेन चलाया जा रहा था। गूगल की ओर से अमेरिका और दुनिया के कुछ देशों में मौजूद पॉलिटिकल कैंपेनर्स, जर्नलिस्ट्स, एक्टिविस्ट्स और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के अकाउंट्स का भी पता लगाया गया है।