फ्रांस ने कहा- अमेरिका के फैसले से ईरान न्यूक्लियर डील खत्म नहीं हुई, मैक्रों करेंगे ब्रिटेन-जर्मनी से मीटिंग
पेरिस। फ्रांस ने कहा है कि ईरान न्यूक्लियर डील को अमेरिका ने भले ही ठुकरा दिया है, लेकिन अभी यह खत्म नहीं हुई है। फ्रांस के ऑफिशिल्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय के बाद इमैनुअल मैक्रों ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से बात करेंगे। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान न्यूक्लियर डील पर अपना फैसला लेने से पहले मैक्रों से फोन पर बात भी की थी। ईरान न्यूक्लियर डील पर पी5 + 1 (अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी) देशों ने सहमती जताई थी।
फ्रांस के पॉलिटिशयन जीन-येव्स ले ड्रीएन ने कहा कि मैक्रों ईरान न्यूक्लियर डील को लेकर ब्रिटेन और जर्मनी के साथ मीटिंग करेंगे। ड्रीएन ने कहा है कि डील खत्म नहीं हुई है और इस डील से हटने के लिए अमेरिका का निर्णय है। ड्रीएन ने कहा कि अमेरिका के इस भड़काऊ निर्णय से भी ईरान इस डील के हकदार है। इसलिए हम इस डील में रहना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि ईरान खुद खुद इसका पालन करता है या नहीं।
ईरान न्यूक्लियर डील को ओबामा प्रशासन की सबसे बड़ी अचीवमेंट में से एक माना जाता है, जिसे ट्रंप ने पलट दिया है। फाइव पावरफुल नेशन और जर्मनी ने ईरान पर पूर्व में लगाए गए सेंक्शन्स को कम करते हुए न्यूक्लियर डील पर सहमति जताई थी, जो 15 साल के लिए थी। इस डील में ईरान न्यूक्लियर प्रोग्राम को लिमिट में लाना था। लेकिन, कई देशों का मानना था कि इस डील के दौरान ईरान कई खतरनाक मिसाइलें बना देगा। हालांकि, इंटरनेशनल अटोमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) भी इस डील पर लगातार नजर रख रही थी। IAEA ने ईरान न्यूक्लियर डील को पीसफुल बताया था।
वहीं, दूसरी ओर ट्रंप ने ईरान न्यक्लियर डील को पलटते हुए फिर से इस मिडिल ईस्ट देश पर फिर से सेंक्शन लगाने की धमकी दी है। ट्रंप ने साथ में अपने सहयोगी देशों को भी ईरान के खिलाफ जाने के लिए कहा है। हालांकि, ईयू समेत चीन और रूस ट्रंप के इस निर्णय से सहमत नहीं दिख रहे हैं।