डाटा लीक: फेसबुक ने माना, 5 लाख भारतीय यूर्जस का डाटा हुआ लीक
सैन फ्रांसिस्को। फेसबुक ने बुधवार को माना कि उसने 8 करोड़ 70 लाख यूर्जस की जानकारी ब्रिटेन की राजनीतिक डेटा विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ गलत तरीके से साझा की है। इन यूजर्स में अधिकतर लोग अमेरिका के हैं। जिनके डाटा को इस एजेंसी के साथ शेयर किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कैम्ब्रिज एनालिटिका ने जिन 8 करोड़ 70 लाख यूजर्स के डाटा शेयर किया था, उनमें भारत से 5 लाख 62 हजार 455 यूजर्स का डाटा शेयर किया गया है।
लीक का आंकड़ा बढ़कर 87 मिलियन
आपको बता दें कि मीडिया में पहले खबरें आईं थी कि फेसबुक ने लगभग 50 मिलियन लोगों का डाटा शेयर किया है। लेकिन ताजा खुलासे के बाद यह आंकड़ा 8 करोड़ 70 लाख पर पहुंच गया है, जो कि पिछली संख्या से 3 करोड़ 70 लाख ज्यादा है। गौरतलब है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था। इस पूरे मामले पर फेसबुक के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर माइक स्क्रोपर ने एक ब्लॉग पोस्ट किया है। जिसमे उन्होंने डाटा लीक की घटना की पुष्टि की है। साथ ही इस बात का भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।
मार्क जकरबर्ग बोले, 'मैं डाटा लीक के आरोप की जिम्मेदारी लेता हूं'
मार्क जकरबर्ग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं डाटा लीक के आरोप की जिम्मेदारी लेता हूं, तमाम गलतियों के बावजूद फेसबुक का नेतृत्व करने के लिए वही सही व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि, फेसबुक आदर्शवादी है। इसने लोगों को जोड़ने के सकारात्मक पक्ष पर ध्यान केंद्रित किया। अब हम जांच कर रहे हैं। लोग भी इसके खतरों से वाकिफ हो चुके हैं। मार्क जकरबर्ग ने कहा कि इस स्कैंडल के बाद फेसबुक के उपयोग और विज्ञापनों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि उन्होंने इस बात को भी शामिल किया कि अगर लोग नाखुश हैं तो यह कंपनी के लिए अच्छी बात नहीं है।
किसी को भी इस स्कैंडल के चलते कंपनी से नहीं निकलूंगा
उन्होंने कहा कि उन्हें फेसबुक बोर्ड की किसी भी चर्चा के बारे में जानकारी नहीं थी। अगर वे उन्हें हटा देते तो निदेशक को चुनौती का सामना करना पड़ सकता था, क्योंकि जकरबर्ग नियंत्रक शेयरधारक है। उन्होंने कहा कि, मैं किसी को भी इस स्कैंडल के चलते कंपनी से नहीं निकलने वाला हूं, और ना ही प्लान कर रहा हूं। बता दें कि सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग 11 अप्रैल को संसद की समिति के समक्ष हाजिर होंगे।
फेसबुक के शेयरों में भारी गिरावट
जकरबर्ग ने कहा, 'मुझे लगता है हम इन दिक्कतों को दूर कर लेंगे, लेकिन इसमें कुछ साल लगेंगे। मैं चाहता हूं कि हम इन सब मुद्दों को 3 या 6 महीने में सुलझा लें। आपको बता दें कि डाटा लीक का असर फेसबुक के शेयरों पर भी पड़ रहा है। बुधवार को फेसबुक के शेयर 1.4 प्रतिशत गिरकर 153.90 प्रति डॉलर पहुंच गए। बता दें कि डेटा लीक का मामला सामने आने के बाद फेसबुक के शेयर में 16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।