कौन हैं Ma Amrita जिनके फरीदाबाद अस्पताल का PM मोदी ने किया उद्घाटन, कितनी है संपत्ति?
फरीदाबाद, 24 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को देश के सबसे बड़े निजी अस्पताल का उद्घाटन किया। मां अमृता आनंदमयी मठ द्वारा बनवाया गया यह अस्पताल भारत का प्राइवेट क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल होने के साथ ही एशिया के सबसे अत्याधुनिक सुविधा वाले अस्पताल में से एक होगा। यह अस्पताल मठ की प्रमुख मां आनंदमयी के सपनों की प्रतिकृति है। मां अमृता को खुद कहती हैं कि उनका सपना है कि कोई भी व्यक्ति अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे।
दिल्ली-एनसीआर के लिए तोहफा
पूरा होने पर 2600 बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल में ऑन्कोलॉजी, हृदय, न्यूरो, हड्डी के साथ ही जच्चा और बच्चे समेत विभिन्न उपचारों के लिए अलग विभाग बनाए गए हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल के पहले चरण का उद्घाटन किया। प्रारम्भ में इसमें 500 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अगले साल तक इसे 750 बेड किया जाएगा जबकि 5 साल में इसे 1000 बेड तक पहुंचाया जाएगा। इस अस्पताल के खुलने से दिल्ली एनसीआर के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
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130 एकड़ में बन रहा सबसे बड़ा अस्पताल
यह अस्पताल एनसीआर के तहत आने वाले हरियाणा के फरीदाबाद में बनाया जा रहा है। देश के सबसे बड़े निजी अस्पताल का निर्माण 130 एकड़ में किया जा रहा है। निर्माण पूरा होने के बाद इसमें 2600 बेड होंगे। इसके साथ ही 8 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और 81 स्पेशियलिटी सुविधाओं से इसे लैस किया जाएगा। अस्पताल के पास अपना मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, पुनर्वास केंद्र और रोगियों के लिए हेलीपैड की भी व्यवस्था रहेगी।
इस अस्पताल में एक 4 स्टार होटल के साथ ही रोगियों के परिवारों के लिए 498 कमरों का एक गेस्टहाउस भी तैयार किया जाएगा। रोगियों के परिवारीजन इस गेस्ट हाउस में रुक सकेंगे। यह अस्पताल मां अमृता आनंदमयी के सपनों के मूर्त रूप में साकार होने जैसा है। दो दिन पहले ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा था कि वह चाहती हैं कि किसी भी व्यक्ति को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से न गुजरना पड़े।
पीएम मोदी का मां अमृता से बड़ा स्नेह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद से ही जहां लोग इस अस्पताल के बारे में जानना चाह ही रहे हैं तो साथ ही मां अमृता आनंदमयी के बारे में भी लोगों की रुचि जागी है। दरअसल पीएम मोदी का इस अस्पताल के उद्घाटन के लिए पहुंचना ही मां अमृता की वजह से ही संभव हुआ है। पीएम मोदी का मां अमृता से बहुत ही गहरा नाता है और यह कई बार दोनों के बीच मुलाकात के दौरान देखा जा चुका है। अस्पताल के उद्घाटन के दौरान भी यह रिश्ता देखने को मिला जब प्रधानमंत्री ने मिलते ही मां अमृता के पैर छुए और मां अमृता ने उन्हें झुककर आशीर्वाद दिया।
कौन हैं मां अमृतानंदमयी?
माता अमृतानंदमयी एक हिंदू संत हैं जिनका जन्म केरल के कोलम जिले के एक गांव में पर्यकडवु में साल 1953 में हुआ था। उनके बचपन का नाम सुधामणि था। वह छह भाई बहन थी और अपने माता-पिता की तीसरी संतान थीं। उनके मानने वाले उन्हें अम्मा, अमाची या फिर मां के नाम से संबोधित करते हैं। मां अमृतानंदमयी के चाहने वाले पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। मां अमृता संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधित कर चुकी हैं।
नहीं की शादी, आज है सबसे बड़ा परिवार
परिवार ने उनकी शादी करने की बार-बार कोशिश की लेकिन वह हर बार परिवार को किसी तरह से अपनी शादी न करने के लिए मना लेती रही। असल बात तो यह थी कि अम्मा ने सभी दीन दुखियों को ही अपना परिवार बना लिया था ऐसे में उन्हें परिवार के लिए विवाह की आवश्यकता नहीं थी। उनकी पारिवारिक संपत्ति पर कई आध्यात्मिक साधक रहने लगे थे और वह सभी की सेवा करतीं। तब 1981 में उन्होंने मां अमृतानंदमीय मठ की स्थापना की। इसी मठ के तहत उन्होंने सेवा कार्यों को शुरू किया और आज उनके अनुयायी दुनिया भर में हैं।
कितनी है संपत्ति?
माता आनंदमयी का मठ भारत के सबसे धनी ट्रस्ट में से एक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक आनंदमयीमठ के पास साल 2022 में लगभग 1875 करोड़ रुपये की संपत्ति है। हर साल मठ को 108 करोड़ रुपये की आमदनी होती है। यह आय प्रमुख रूप से मठ द्वारा संचालित स्कूल और कॉलेज के साथ ही देश विदेश से मिलने वाले दान के जरिए होती है।
केवल केरल में ही संचालित होने वाले स्कूल और कॉलेज से उन्हें 55 करोड़ रुपये की आय होती है।
हरियाणा: पीएम मोदी ने फरीदाबाद में 2600 बेड वाले सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का किया उद्घाटन